पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना संक्रमितों के लिए जीवन रक्षक माना जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने में प्रशासन पूरी तरह से नाकाम है, आज भी इंजेक्शन की कालाबाजारी धड़ल्ले से की जा रही है, गोहलपुर पुलिस ने चंडालभाटा के पास न्यू लाइफ अस्पताल के कर्मचारियों को 25-25 हजार रुपए में रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचते हुए गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के पास से दो इंजेक्शन बरामद किए गए है, इस मामले में अब जिला प्रशासन द्वारा हास्पिटल के खिलाफ भी कार्यवाही कर सकता है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार न्यू लाइफ अस्पताल के कर्मचारी शहनवाज खान उम्र 30 वर्ष निवासी पनागर एवं विवेक सिंह चौधरी उम्र 27 वर्ष निवासी सीएमएस कम्पाउंड ब्यौहार बाग पिछले कई दिनों से रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे थे, जीवन रक्षक माना जाने वाला यह इंजेक्शन दोनों युवकों द्वारा 25-25 हजार रुपए में बेचा जाता रहा, लोग मजबूरी में ही सही उक्त इंजेक्शन खरीदते रहे, बीती देर रात एक बजे के लगभग अस्पताल का कर्मचारी शहनवाज खान व विवेक सिंह चौधरी इंजेक्शन बेचने के लिए मरीज के परिजनों का इंतजार कर रहे थे, तभी पुलिस कर्मी सादे कपड़े में पहुंच गए और इंजेक्शन खरीदने की बात की, जिसपर दोनों ने 25 हजार रुपए में एक इंजेक्शन देने की बात कही, इतना सुनते ही पुलिस कर्मियों ने दोनों को हिरासत में लेकर दो रेमडेसिविर इंजेक्शन, चार मोबाइल फोन, एक मोटर साइकल बरामद की है. इस मामले में सीएसपी अखिलेश गौर का कहना है कि दोनों युवकों से पूछताछ की जा रही है कि उक्त इंजेक्शन कहां से लाते है, कौन देता है, पकड़े गए युवकों में एक शहनवाज न्यू लाइफ हास्पिटल का कर्मचारी भी है जिसके पास से आई कार्ड भी मिला है, गौरतलब है कि इसके पहले भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पुलिस ने और भी युवकों को गिरफ्तार किया है लेकिन इंजेक्शन की कालाबाजारी रुक नहीं रही है, आज भी अस्पतालों के आसपास रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की जा रही है.
पुलिस ने दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर माननीय न्यायालय में पेश किया है. रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे युवकों को पकडऩे में थाना प्रभारी गोहलपुर आरके गौतम, क्राईम ब्रांच के एएसआई रामसनेह शर्मा, प्रधान आरक्षक राजेन्द्र बिलौहा, हरिशंकर शुक्ला, आरक्षक अजीत पटेल, राजेश केवट, अनिल शर्मा एवं थाना गोहलपुर के एसआई पीएस धुर्वे, मयंक यादव, प्रधान आरक्षक सुशील दुबे, दिलीप की सराहनीय भूमिका रही.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के जबलपुर में किसान ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, 4 दिन बाद रही बेटी की शादी
Leave a Reply