पलपल संवाददाता, जबलपुर/शहडोल. एमपी के शहडोल में भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले का बड़ा खुलासा हुआ है, यहां मेडिकल कालेज की नर्स एक हजार रुपए की खातिर उक्त इंजेक्शन दलालों को देती रही, जो 5 हजार रुपए मेडिकल स्टोर संचालक को बेचते रहे, यहां से रेमडेसिविर मरीज के परिजनों को 50 हजार रुपए में बेच दिया जाता था. पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए नर्स सुषमा साहू सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मेडिकल कालेज में स्टाफ नर्स सुषमा साहू द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी कर उज्जवल व दीपक साहू को एक हजार रुपए में बेचती रही, इसके बाद दोनों युवकों द्वारा मेडिकल स्टोर के संचालक अमित मिश्रा को 5 हजार रुपए में बेचा जाता रहा. इसके बाद उक्त इंजेक्शन मरीज के परिजनों को 40 से 50 हजार रुपए में बेच दिया जाता रहा, इस मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक पर अपनी नजरें जमा ली, एक टीम दोनों दलालों पर भी नजरें जमाए रही, मौका मिलते ही ग्राम कुदरी बायपास रोड पर दीपक पिता सीताराम गुप्ता निवासी कौडिय़ा उमरिया व उज्जवल द्विवेदी निवासी ग्राम चंदिया जिला उमरिया को पकड़ा, जिनके कब्जे से पुलिस ने दो रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए. जिन्होने बताया कि मेडिकल कालेज की स्टाफ नर्स सुषमा साहू को जो इंजेक्शन मरीज को लगाने के लिए दिए जाते रहे, वह मरीज को नहीं लगाती और उन्हे चोरी छिपे बेच देती थी, इसके बाद पुलिस ने अमित फार्मा में दबिश देकर संचालक अमित मिश्रा को हिरासत में लिया, यहां से रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में गेंहू कारोबारी की हत्या, 15 घंटे बाद पहुंची पुलिस कह रही हादसा है..! देखे वीडियो
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