नजरिया. कृषि कानूनों के विरोध में कई महीनों से आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन से गांवों में संक्रमण फैलने के हरियाणा सरकार के दावे को गलत बताया है.
खबर है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर पलटवार करते हुए टिकैत ने कहा कि सरकार फेल हुई उसका ठिकरा आप यहां फोड़ना चाह रहे हैं? अब इनके पास कुछ और नहीं रहा तो आंदोलन को ही बदनाम करो? पूरे देश में लोग क्या यहां से ही गए हैं!
याद रहे, केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली सीमा पर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार इस कोरोना महामारी के बावजूद अपने निर्णय पर अड़ी है, जिसके नतीजे में किसानों के पास आंदोलन में बने रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
खबरों की माने तो हरियाणा के सीएम खट्टर ने किसानों से कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रदर्शन स्थगित करने की अपील की थी. उनका तो यह भी कहना था कि धरनास्थलों से किसानों की आवाजाही के कारण गांवों में भी संक्रमण फैल रहा है?
यह सही है कि इस कोरोनाकाल में किसान आंदोलन समाप्त होना चाहिए, लेकिन इसके लिए मोदी सरकार क्या प्रयास कर रही है?
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मोदी सरकार को बहुमत के दम पर कृषि कानून थोपने के बजाए अगले लोकसभा चुनाव तक रोक लेना चाहिए, किसान आंदोलन भी खत्म हो जाएगा और चुनाव में कृषि कानूनोें को लेकर जनता की राय भी मिल जाएगी!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली, यूपी और हरियाणा को सुप्रीम कोर्ट का आदेश: प्रवासी मजदूरों के लिए शुरू करें सामुदायिक रसोई
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