नई दिल्ली. कोविड-19 महामारी की वजह से वैक्सीन हमारी जिंदगी का अब हिस्सा बन गई हैं. ऐसे में हमारे दिमाग में भी वैक्सीन को लेकर कई सवाल हैं. ऐसा एक सवाल है कि क्या किसी व्यक्ति को दो अलग वैक्सीन लगाई जा सकती हैं?
स्पेन की यूनिवर्सिटी द्वारा की गई स्टडी के मुताबिक, AstraZeneca और Pfizer वैक्सीन का मेल पूरी तरह सुरक्षित है और यह बीमारी को फैलने से काबू करने और उसे रोकने में कारगर है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है.
स्पेन में Carlos III हेल्थ इंस्टीट्यूट द्वारा की गई स्टडी में पाया गया है कि AstraZeneca की पहली डोज के बाद Pfizer की दूसरी डोज लेना पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है. यूनिवर्सिटी ने इसके पीछे क्लीनिकल ट्रायल के नतीजे दिए गए हैं, जिसमें 60 साल से कम उम्र के 673 लोगों ने भाग लिया था.
सभी 673 लोगों को करीब आठ हफ्ते पहले AstraZeneca वैक्सीन की पहली डोज मिल चुकी थी. क्लीनिकल ट्रायल के दौरान इनमें से केवल 441 लोगों को Pfizer वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई थी, जबकि 232 प्रतिभागियों को दूसरी डोज नहीं दी गई थी और उन्हें कंट्रोल ग्रुप के तौर पर देखा गया था.
उनको हैरान करते हुए, शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन प्रतिभागियों को Pfizer वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई थी, उनके खून में उन लोगों की तुलना में 30-40 गुना ज्यादा IgG एंटीबॉडी हैं, जिन्हें AstraZeneca की डोज दी गई है. जिन लोगों को Pfizer की दूसरी डोज दी गई थी, उनमें न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी भी सात गुना थी.
शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पहले पाया था कि जिन लोगों को AstraZeneca वैक्सीन की दोनों डोज मिल चुकी हैं, उनमें एंटीबॉडी केवल दोगुना बढ़ी थी. इसका मतलब हुआ कि AstraZeneca और Pfizer वैक्सीन का मेल देने पर लोगों में बीमारी के खिलाफ लड़ाई की क्षमता बढ़ती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोरोना संक्रमित होने पर 3 महीने बाद लगेगी दूसरी डोज
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