दुबई. संयुक्त अरब अमीरात ने मंगलवार को घोषणा की कि वह चीन निर्मित सिनोफार्म कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन लगवाने वालों को उनके शुरुआती दो-खुराक के छह महीने बाद बूस्टर डोज देगा. चीन की वैक्सीन लगवाने के बाद यूएई औपचारिक रूप से बूस्टर डोज पेश करने वाला दुनिया का पहला देश है. संयुक्त अरब अमीरात में कुछ लोगों ने वैक्सीन लगवाई, लेकिन उनमें पर्याप्त एंटीबॉडी नहीं बनी. इन सब के बीच सऊदी, बूस्टर डोज देगा.
चीन के शीर्ष रोग नियंत्रण अधिकारी ने पिछले महीने माना था कि उसके टीके वायरस के खिलाफ कम सुरक्षा प्रदान करते हैं. जिसके बाद चीनी वैक्सीन पर सवाल उठने लगे हैं. सिनोफार्म वैक्सीन संयुक्त अरब अमीरात के टीकाकरण अभियान का मुख्य आधार है. हालांकि बूस्टर डोज के ऐलान के बाद माना जा रहा है कि चीन की वैक्सीन 'बेअसर' है.
चीनी निर्माता ने सिनोफार्म वैक्सीन के बारे में बहुत कम सार्वजनिक डेटा जारी किया है. ऐसे में चीनी दावों पर लोग सवाल उठा रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस महीने की शुरुआत में सिनोफार्म शॉट को इमरजेंसी में इस्तेमाल करने की स्वीकृति प्रदान की. हंगरी, पाकिस्तान, सर्बिया और हिंद महासागर में एक द्वीप राष्ट्र सेशेल्स सहित कई सरकारें पहले से ही सिनोफार्म का इस्तेमाल कर रही हैं
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-चीनी विदेश मंत्री ने एस जयशंकर को लिखा पत्र, दिया कोरोना के खिलाफ हर संभव मदद का भरोसा
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