गोवाहाटी. असम में विद्रोही संगठन डिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (डीएनएलए) के छह उग्रवादी रविवार को एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रविवार सुबह कार्बी आंगलोंग जिले में कैडरों को मार गिराया गया और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. यह कार्रवाई नगालैंड की सीमा से लगे असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में हुई है. इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, सुरक्षा बलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि नगालैंड की सीमा से लगे असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में कुछ उग्रवादी छिपे हुए हैं. इस पर असम पुलिस और असम राइफल्स की ओर से इलाके में सर्च अभियान चलाया गया. सर्च अभियान के दौरान उग्रवादियों ने गोलीबारी की. इस पर सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की. इस कार्रवाई में छह उग्रवादी मारे गए.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मारे गए उग्रवादियों के पास से चार एके-47 रायफल और गोला-बारूद बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि मिचिबैलुंग में तलाशी अभियान अब भी जारी है.
वहीं दूसरी तरफ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की अपील के बाद प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन उल्फा (आई) ने ओएनजीसी कर्मचारी रितुल सैकिया को शनिवार को रिहा कर दिया था. असम पुलिस मुख्यालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि रितुल सैकिया का बीते 21 अप्रैल को अपहरण किया गया था. असम पुलिस के अनुसार भारत की सीमा में वह 40 मिनट तक पैदल चलकर पहुंचे.
20 मई को मुख्यमंत्री की अपील के तुरंत बाद, उल्फा-आई के परेश बरुआ ने इस पर प्रतिक्रिया दी और एक स्थानीय टीवी चैनल को फोन पर बताया कि, उल्फा-आई ने रितुल सैकिया को रिहा करने का आश्वासन दिया है और इसमें 3-4 दिन लग सकते हैं. जिसके बाद कल उन्हें रिहा कर दिया गया
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एबीवीपी की उच्च शिक्षामंत्री से गुहार- कोरोना दौर में छात्र परीक्षा शुल्क देने में असमर्थ, माफ कीजिए
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