जबलपुर. कोरोना काल मेें जहां जनता कर्फ्यू से सब कुछ बंद चल रहा है, इस दौर में आय के साधन भी समाप्त हो गये हैं, ऐसी स्थिति में स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं के लिए शुल्क जमा करने का फरमान कालेजों द्वारा छात्रों को दिया गया है, जिसका विरोध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री से गुहार की है कि अधिकांश छात्र परीक्षा शुल्क भरने में असमर्थ हैं, इसलिए उनका शुल्क माफ करने का आदेश जारी करेें.
एबीवीपी के छात्र नेता अमन तिवारी ने बताया कि कोरोना काल में कई कालेजों ने आन लाइन परीक्षा शुल्क जमा करने का आदेश जारी करें, जिसमेें शासकीय महाकोशल महाविद्यालय ने 30 मई 2021 तक प्रथम, द्वितीय वर्ष के छात्रों से आनलाइन परीक्षा आवेदन व परीक्षा शुल्क 1810 रुपए व तृतीय वर्ष हेतु 2460 रुपए जमा करने को कहा है, शुल्क जमा नहीं करने पर परीक्षा देने से वंचित किया जाएगा. अमन तिवारी ने इस मामले को उच्च शिक्षा मंत्री के संज्ञान में लाते हुए उनसे मांग की है कि वर्तमान कोरोना काल में काफी छात्र परीक्षा शुल्क देने में असमर्थ हैं, इसलिए परीक्षा शुल्क माफ कर दिया जाए. उच्च शिक्षा मंत्री के साथ-साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी इस संबंध में एबीवीपी के छात्र व नेताओं ने ट्विट कर अपनी मांग को पुरजोर ढंग से उठाया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-काशी विद्यापीठ में एनएसयूआई जीती, एबीवीपी का सूपड़ा साफ! पर पीएम मोदी को क्या?
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