श्रीनगर. पाकिस्तान और भारत के बीच दशकों से अविश्वास का माहौल रहा है. यह स्थिति रातोंरात नहीं बदल सकती. यदि वे संघर्षविराम का पालन करना जारी रखते हैं, भारत भर में आतंकवादियों को धकेलने से रोकते हैं. जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों को सहायता पहुंचना बंद करते हैं, तो ये कदम धीरे-धीरे विश्वास का निर्माण करेंगे.
यह बात जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर आए थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने आज वीरवार को कश्मीर घाटी में दिल्ली रवाना होने से पहले पत्रकारों से कही. उन्होंने कहा कि विश्वास को पूरी तरह से कायम करने की जिम्मेदारी अब पूरी तरह से पाक पर है.
उन्होंने कहा कि अकसर देखा गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ, संघर्ष विराम की बात करता है, परंतु कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों को मदद पहुंचाने से परहेज नहीं करता. पाकिस्तान को अगर भारत का विश्वास चाहिए तो उसे अपनी कथनी पर कायम रहना होगा.
दिल्ली रवाना होने से पहले थल सेना प्रमुख ने कश्मीर घाटी में अग्रिम इलाकों का दौरा कर वहां सुरक्षा प्रबंधों का जायजा भी लिया. उन्होंने नियंत्रण रेखा की सुरक्षा में तैनात भारतीय जवानों को कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए कहा. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि आतंकवादी गतिविधियों को समाप्त करने और घाटी में शांति कायम रखने के लिए हर संभव कदम उठाएं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-श्रीनगर में सीआरपीएफ के कैंप पर अज्ञात लोगों ने किया पेट्रोल बम से हमला
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