चंद्रमा का बारह भाव में फल

चंद्रमा का बारह भाव में फल

प्रेषित समय :18:56:52 PM / Thu, Jun 10th, 2021

चंद्रमा का बारह भाव में फल 

“चन्द्रमा मनसो जातःजिस प्रकार मन के बिना हम कोई भी कार्य नहीं कर सकते उसी तरह से चन्द्रमा के बिना ज्योतिष शास्त्र अधूरा है. चंद्र राशि के आधार पर ज्योतिषी किसी भी जातक के फल कहते है. ज्योतिष में जिस प्रकार सूर्य राजा है उसी प्रकार चंद्रमा रानी है. 

प्रथम भाव : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा प्रथम भाव में में है तो आप निश्चित ही भावुक और संवेदनशील, सुन्दर और चंचल होंगे. आप पराक्रमी और राज काज से जुड़कर कार्य करने वाले होंगे 

दूसरा भाव : यदि आपकी जन्मकुंडली में चन्द्रमा दूसरे भाव में है तो आपको धन की कमी नही होगी तथा आपकी वाणी मधुर होगी. आपके घर में लक्ष्मी का वास होगा. आपकी आँखे सूंदर और बड़ी बड़ी हो सकती है 

तृत्य भाव : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा तीसरे भाव में  है तो आप को अपने जीवन में अनेक छोटी छोटी यात्रा करने का अवसर मिलेगा. आप अपने पराक्रम के बल पर अपने भाग्य की बृद्धि करेंगे. 

चतुर्थ भावम : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा चतुर्थ भाव में है तो आप सुखी सम्पन्न जीवन व्यतीत करेंगे आपको पुत्र, स्त्री, धन और विद्वान होने का सुख मिलेगा. आपको समाज में मान-सम्मान मिलेगा.

पंचम भाव : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा पाचवें भाव में है तो आप विशेष रूप से तेजस्वी और बल बुद्धि की चातुर्यता से युक्त होंगे. आपका सिद्धान्त होगा हम प्रेमी है और प्यार करेंगे. 

छठा भाव : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा छठे भाव में है त आप हर बात के नकारात्मक पहलु पर अवश्य विचार करेंगे और यह सोच आपको मानसिक संताप देगा. आपके मुखपटल पर हमेशा चिन्ता की झलक स्पष्ट रूप से दखाई देगी 

सप्तम भाव : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा सातवें भाव में है तो विदेश यात्रा का योग बनेगा क्योकि इस भाव में चन्द्रमा यात्रा का योग बनाता है. ऐसा जातक रतिक्रिया में कुशल होता है 
अष्ठम भाव : दि आपकी कुंडली में चन्द्रमा आठवें भाव में है तो चन्द्रफल शुभ नहीं माना गया है. यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा अष्टम भाव में है तो आपको अपने क्रोध पर काबू रखना चाहिए आपका क्रोध सनकी टाइप का होगा कभी कभी तो कण्ट्रोल से बाहर भी हो जाता है 

नवम भाव : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा नवम भाव में है तो  आप भाग्यशाली होंगे.   समाज तथा परिवार में लोकप्रिय होंगे. आप भाग्यनिर्माता बने भाग्यशाली न बने तो ठीक रहेगा अर्थात भाग्य के नाम पर बैठे नहीं रहे

दशम भाव : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा दशम भाव में है तो आप बुद्धिमान और  कार्यकुशल व्यक्ति होंगे. यात्रा से आपको लाभ मिलेगा. कार्य में बार बार बदलाव हो सकता है फिर भी निश्चय ही आप जीवन में सफलता प्राप्त करे

एकदश भावम : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा ग्यारहवे भाव में है तो चन्द्रमा का फल अच्छा होता है. ऐसा जातक धन-धान्य से परिपूर्ण होता है. संतान सुख से युक्त होता है. आपको हमेशा लाभ की चिंता बनी रहेगी आप लाभ से प्रेरित होकर ही कोई काम करना चाहेंगे 

द्वादश भाव : यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा बारहवे भाव में है तो आप अवश्य ही पूर्वजन्म में स्त्री होंगे. आप शारीरिक रूप से दुर्बल हो सकते है. कभी कभी आपको अपने फैसले से हानि होगी जिसके कारण आप मानसिक रूप से परेशान हो सकते हैं.   

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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