लखीमपुर खीरी/लखनऊ. लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां विकास खंड में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार के साथ अभद्रता मामले में पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है. पसगवां विकास खंड में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के नामांकन के दौरान समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार के साथ कथित तौर पर अभद्रता, साड़ी खींचने और नामांकन पत्र फाडऩे के मामले में संबंधित क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ), पसगवां थाना प्रभारी (एसएचओ), चौकी प्रभारी एक निरीक्षक और तीन उपनिरीक्षकों समेत कुल छह पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
पुलिस के अनुसार पसगवां क्षेत्र पंचायत प्रमुख के निर्वाचन में गुरुवार को नामांकन प्रक्रिया के दौरान ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में मोहम्मदी क्षेत्राधिकारी अभय प्रताप मल्ला, पसगवां थाना प्रभारी आदर्श कुमार सिंह, चौकी प्रभारी के पद पर तैनात एक निरीक्षक और तीन उपनिरीक्षकों सहित छह पुलिस अधिकारियों को शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने इस मामले को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को कठघरे में खड़ा किया है. सपा के जिलाध्यक्ष रामपाल यादव, विधान परिषद सदस्य शशांक यादव और क्रांति कुमार सिंह सहित नेताओं ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी की उम्मीदवार और उनकी महिला प्रस्तावक के साथ सत्ताधारी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा दुर्व्यवहार किया गया और नामांकन पत्र जमा नहीं करने दिया गया. घटना का वीडियो वायरल होने से अधिकारियों को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी.
बाद में सपा उम्मीदवार की शिकायत पर पसगवां पुलिस में बृहस्पतिवार की शाम प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें दो लोगों को नामजद और कुछ अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बताया गया. खीरी के पुलिस अधीक्षक विजय ढुल ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि नामजद आरोपियों में से एक यश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य को पकडऩे के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है.
उल्लेखनीय है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महिला की साड़ी खींचने संबंधी तस्वीर री-ट्वीट करते हुए सरकार पर तंज कसा. सपा समेत विपक्ष ने इसे मुद्दा बना दिया जिसके बाद सरकार ने पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया. समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि हमलावर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के थे और हमलावरों को भाजपा की क्षेत्रीय सांसद (रेखा वर्मा) का संरक्षण प्राप्त है.
वहीं, सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि लखीमपुर में महिला से अभद्रता करने के आरोप में यश वर्मा को गिरफ्तार किया गया है जो एक निर्दलीय प्रत्याशी का रिश्तेदार है और उसने निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में महिला से अभद्रता की थी. भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक ने शुक्रवार को ट्वीट किया, लखीमपुर में महिला के साथ अभद्रता पर पूरे थाने को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निलंबित कर कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं. अब क्या अखिलेश यादव 2012 में अपनी पत्नी को निर्विरोध सांसद बनवाने हेतु अन्य प्रत्याशियों के अपहरण, दंगाइयों-माफिया को संरक्षण और अन्य पापों के लिए इस्तीफा देंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव हिंसा: महिला प्रस्तावक की खींची गई साड़ी
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