गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण कई तरह की समस्याएं होती हैं. गैस या पेट फूलने की समस्या भी इनमें से एक है. ज्यादातर मामलों में ये समस्या पहली तिमाही में होती है. दरअसल इस बीच प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन शरीर में तेजी से बढ़ते हैं, जिसकी वजह से यूट्राइन लाइनिंग मोटी होती है और शरीर में गैस, बेचैनी, जी मिचलाना, उल्टी और पेट दर्द जैसी समस्या होती है. इसके अलावा भी कुछ अन्य वजह हो सकती हैं. जानिए गैस बनने के संभावित कारण और बचाव के तरीके के बारे में.
– प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को कब्ज की समस्या हो जाती है. इसकी वजह से पेट साफ नहीं हो पाता और पेट फूलने, गैस या बवासीर जैसी समस्याएं होने लगती हैं.
– अगर आपने कुछ भारी या गरिष्ठ भोजन कर लिया है जो ठीक से पच नहीं पाया है, तो ऐसे में भी गैस की परेशानी हो सकती है.
– गर्भावस्था के दौरान शरीर को ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती है. ऐसे में कई बार महिलाएं ओवर ईटिंग कर लेती हैं. इसकी वजह से शरीर सुस्त हो जाता है और गैस ज़्यादा बनने की समस्या होती है.
ये हैं बचाव के तरीके
1. बींस, मटर और साबुत अनाज, ब्रोकली, एस्पैरेगस, पत्तागोभी, गोभी और भिंडी जैसी चीजें गैस बनाती हैं. इन्हें कम खाएं और अगर कभी खा रही हैं तो इसके बाद टहलें जरूर.
2. आरामदायक कपड़े पहनें. टाइट कपड़े पहनने से भी गैस की समस्या हो जाती है.
3. खाना खाते समय छोटे निवाले खाएं और उन्हें देर तक चबाएं. खाने के बीच में ठंडा पानी न पिएं.
4. खाने के आधे घंटे के बाद हल्का गुनगुना पानी पिएं. इसके अलावा सौंफ और मिश्री जरूर खाएं.
5. तली हुई और भारी चीजें खाने से बचें और दिनभर में थोड़ा थोड़ा करके खाना खाएं. एक साथ न खाएं.
6. सक्रिय रहें और डॉक्टर द्वारा निर्देशित हल्के व्यायाम करें. सुबह शाम आधा घंटे वॉक जरूर करें.
7. दिनभर में भरपूर मात्रा में पानी पिएं ताकि पानी की कमी से कब्ज की समस्या न हो.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-नाश्ते में पोहा सप्ताह में दो से चार बार तो खायें, मिलते हैं कई फायदे?
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