जबलपुर में जल्द लगेगा ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट, ट्रेन के 25 रेकों की धुलाई की सुविधा होगी

जबलपुर में जल्द लगेगा ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट, ट्रेन के 25 रेकों की धुलाई की सुविधा होगी

प्रेषित समय :19:05:10 PM / Sat, Jul 17th, 2021

जबलपुर. पश्चिम मध्य रेल पर जबलपुर (जबलपुर स्टेशन) और भोपाल (हबीबगंज स्टेशन) मण्डलों के कोचिंग डिपो में प्राथमिक रखरखाव के दौरान कोचों की सफाई के लिए ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट अगले दो महीने में लगेगा. गौरतलब है कि कोटा मण्डल (कोटा स्टेशन) में ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट दिसम्बर 2020 में लगाया जा चुका है.  

ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट उच्च दबाव वाले वॉटर जेट जो कि हॉरिजॉन्टल एवं वर्टिकल रोटेटिंग नायलॉन और कॉटन कॉम्बिनेशन ब्रश का उपयोग करके कोचों/ट्रेनों के लिए एक बहुस्तरीय बाहरी सफाई प्रणाली है. जबलपुर कोचिंग डिपों में कुल छह पिट लाइन है, जिसमें पिट लाइनों के दोनों तरफ से रेकों की धुलाई एवं सफाई होती है. जिसके अंतर्गत तीन पिट लाइन डॉउन साइड (कोचिंग डिपों) और तीन पिट लाइन अप साइड (एआरटी) में रखरखाव होता है.

पश्चिम मध्य रेलवे में ट्रेन का संचालन के उपरांत कोच की सतह बहुत गंदी हो जाती है और मैनुअल/पारंपरिक तरीकों से सफाई करना मुश्किल हो जाता है.  रेलवे के कोचिंग डिपो में ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट की स्थापना से ये समस्या खत्म हो जायेगी. इस धुलाई प्रणाली से ट्रेनों के कोच बहुत अच्छे साफ और चमकदार दिखते हैं. ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट कोच/ट्रेनों की सफाई के लिए एक बहुस्तरीय बाहरी सफाई प्रणाली है. जब गाड़ी प्राथमिक रखरखाव के लिए पिट लाइन में पहुचती तो रेक को दोनों तरफ से कोचों के बाहरी हिस्से को साफ करने के लिए उच्च दबाव वाले वॉटर जेट से होरिजेंटल एवं वर्टिकल रोटेटिंग नायलॉन और कॉटन कॉम्बिनेशन ब्रश के साथ  साबुन के घोल का उपयोग किया जाता है.

ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट से फायदे

- प्राइमरी/सेकंडरी रखरखाव के लिए पिट लाइन पर रखे जाने के दौरान 10 से 15 मिनट के भीतर 24 कोचों की पूरी लंबाई वाली ट्रेनों की उत्कृष्ट गुणवत्ता वाली बाहरी सफाई.
- इस प्रणाली से कोचों की बाहरी सफाई में लेबर की कमी को दूर करता है.
- पारंपरिक सफाई विधियों की तुलना में पानी और अन्य सामग्रियों की कम आवश्यकता होती है.
- संचालन के लिए  विद्युत ऊर्जा, रखरखाव और  मेन पॉवर की आवश्यकता न्यूनतम होती है.
- यह ऑटोमेटिक प्लांट शौचालय के नीचे कोच/बोगी के क्षेत्र को साफ करने में सक्षम है.
- पर्यावरण के अनुकूल (कम पानी, कम ऊर्जा और कम साबुन).
- कोचों की धुलाई के लिए उपयोग किए जाने वाले पानी को 'एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट' के माध्यम से ट्रीट किया जा सकता है जिसे रिसाइकिल और पुन: उपयोग किया जाता है. इससे जल संरक्षण में मदद मिलती है.
- यह उपयोगकर्ता के अनुकूल, मजबूत, बनाए रखने में आसान और किफायती है.
- इसमें अंडर गियर, बोगी और रूफ क्लीनिंग के लिए अतिरिक्त सुविधाएं हैं. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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