गृहस्थी मे शांति चाहते हो तो आग्नेय कोण ठीक करें

गृहस्थी मे शांति चाहते हो तो आग्नेय कोण ठीक करें

प्रेषित समय :20:09:49 PM / Mon, Jul 19th, 2021

हर व्यक्ति घर मे सुख शांति चाहता है, यदि हमे शांति न मिले तो जीवन मे डिप्रेशन के द्वारा कई बीमारियों का आगमन हो जाता है, इसके लिए घर का आग्नेय कोण अति शुभ होना चाहिए.
*आग्नेय कोण और घर की महिला*-घर की मालकिन घर की कोई महिला होती है जो पुरे घर का ध्यान रखती है, आग्नेय कोण का मालिक शुक्र होता है,*गृहस्थी मे शांति चाहते हो तो आग्नेय कोण ठीक करे*

हर व्यक्ति घर मे सुख शांति चाहता है, यदि हमे शांति न मिले तो जीवन मे डिप्रेशन के द्वारा कई बीमारियों का आगमन हो जाता है, इसके लिए घर का आग्नेय कोण अति शुभ होना चाहिए.
*आग्नेय कोण और घर की महिला*-घर की मालकिन घर की कोई महिला होती है जो पुरे घर का ध्यान रखती है, आग्नेय कोण का मालिक शुक्र होता है,संसार मे स्त्री जाति शुक्र ग्रह से जुड़ी होती है, यदि आग्नेय कोण ठीक हो तो घर की महिला को शांति रहती है, साथ ही किचन मे बड़िया खाना बनता है और स्वादिस्ट खाने से पूरा घर प्रसन्न रहता है,साथ ही घर मे आर्थिक वृद्धि भी होती है, आग्नेय कोण के सुधरने से स्त्री का स्वास्थय सुधरता है, वो प्रसन्न रहती है, उसकी प्रसन्नता से बनाया हुआ भोजन स्वयम घर के पितृ और ग्रह देवता ग्रहण करते है,जिससे घर मे सब प्रकार की समृद्धि आती है.

*आग्नेय कोण बिगड़ने से नुकसान*- जिन वैवाहिक जोड़ो मे आपसी मतभेद होते है, उनकी कुंडली या तो शुक्र मांगलिक होती है या घर मे किचन वायव्य, नैरात्या दिशा मे बना होता है, इन कोण मे किचन होने पर घर की स्त्री बीमार रहती है, या खाना बनाने मे उसे परेशानी आती है,कई बार उसका हाथ या शरीर भी जलता रहता है,इसके अलावा स्वास्थय भी बिगड़ता है, खाना ठीक से बनता नही यदि बनता है तो कोई गुस्से के कारण खाता नही, यह सब आग्नेय कोण बिगड़ने से होता है.

*कुंडली मे शुक्र मंगल की मारक भाव मे स्थिति*- यदि घर की स्त्री का शुक्र आठवे, छ्ठे या नवम भाव मे पीड़ित हो तो आग्नेय कोण बिगड़ने का भय रहता है, हम ऐसे मकान मे ही जाते है, जिसका आग्नेय कोण गलत दिशा मे रहता है, फल स्वरूप पति पत्नी मे झगड़ा या अलगाव होता है.

*आग्नेय कोण कैसे सुधारे*- किसी ज्योतिष और वास्तु शास्त्री को बुलाकर अपनी कुंडली और घर का वास्तु चेक कराये तथा उसका उपाय करे.

*ये उपाय भी करे*- गौ माता की सप्ताह मे प्रत्येक शुक्रवार या किसी अन्य दिन सेवा करे, चारा या रोटी दे, शुक्रवार को साफ कपड़े पहने.

*पंडित चंद्रशेखर नेमा" हिमांशु"
9893280184,7000460931

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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