वास्तु शास्त्र के अनुसार घर हो या ऑफिस, इनके दक्षिण-पश्चिम हिस्से में येलो कलर के स्टोन, यानि पीले रंग के मार्बल का चुनाव करना अच्छा माना जाता है.
*अगर आप पूरे फर्श पर येलो स्टोन ना लगवाना चाहें, तो आप इस दिशा के थोड़े-से हिस्से में येलो स्टोन, यानी पीले रंग का पत्थर लगाकर भी इस दिशा से संबंधित शुभ फलों की प्राप्ति कर सकते हैं. ऐसा करने से घर या ऑफिस में कभी किसी चीज़ की कमी नहीं होती है. सभी चीज़ों में स्थिरता बनी रहती है. साथ ही घर में माता का स्वास्थ्य अच्छा रहता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनाते समय हम किस तरह के रंगों का चुनाव करते हैं, यही घर में रहने वाली सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा के लिए जिम्मेदार होते हैं. घर में अगर सही दिशा में सही रंगों का प्रयोग किया गया है तो घर में अच्छी ऊर्जा बनी रहती है जो खुशहाली लाने के लिए जिम्मेदार मानी जाती है. लेकिन वहीं गलत रंगों का चुनाव मुसीबत में डालता है.
खैर घर में केवल एक कारण से नहीं, कई कारणों से रंगों का इस्तेमाल किया जाता है. घर की दीवारों से लेकर पर्दों पर, घर में रखी वस्तुओं पर और यहां तक कि फर्श का रंग भी वास्तु के लिहाज से बेहद महत्व रखता है.
घर का फर्श
क्योंकि अगर आपने दीवारों पर गलत रंग (वास्तु शास्त्र ले लिहाज से) करवा लिया है तो उसे फिर भी बदला जा सकता है. घर के पर्दों के रंग से लेकर कमरों में बिछी चादरों के रंग भी बदले जा सकते हैं. लेकिन फर्श के पत्थर का रंग इतनी आसानी से नहीं बदल सकते है. क्योंकि यह महंगे होने के साथ-साथ काफी बड़ी परेशानी वाला काम भी है.
फर्श का पत्थर कैसा हो?
खैर हम घर बनाते समय किसी भी दिशा में गलत रंग के पत्थर का फर्श ना बनवाए, इसी गलती से आपको बचाने के लिए हम आपको कुछ वास्तु टिप्स प्रदान करने जा रहे हैं.
दिशाएं
किस दिशा में किस रंग के पत्थर का फर्श बनवाना चाहिए और किस दिशा में कौन से रंग का फर्श बिल्कुल भी ना हो,
उत्तर दिशा
आपके घर की उत्तर दिशा बेहद महत्वपूर्ण होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार केवल इस एक दिशा के सही होने से घर में ढेर सारी खुशहाली आती है लेकिन यह दिशा खराब हो तो घर की काया पलट हो जाती है.
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वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा में हमेशा गहरे काले रंग का पत्थर फर्श पर लगवाना चाहिए. यह घर के सदस्यों को खुशहाली के साथ-साथ आमदनी के नए अवसर भी प्रदान करता है.
पूर्व दिशा
घर की पूर्व दिशा यदि ठीक हो तो घर के मुखिया पर भगवान इन्द्र की कृपा रहती है. इसके अलावा यह दिशा भगवान सूर्य को भी समर्पित मानी गई है, इस दिशा के सही होने से समाज में मान-सम्मान बना रहता है. वास्तु के अनुसार इस दिशा का फर्श गहरे हरे रंग का होना चाहिए.
दक्षिण-पूर्व दिशा
घर की दक्षिण-पूर्व दिशा भी अन्य सभी दिशाओं की तरह ही एक महत्वपूर्ण दिशा मानी गई है. इसे सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा की दिशा माना गया है. इस दिशा में बैंगनी रंग का फर्श होना शुभ माना जाता है.
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