पलपल संवाददाता, जबलपुर/भोपाल. मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर आज उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने एनआरएचएम के कार्यपालन यंत्री ऋषभ जैन को तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. कार्यपालन यंत्री श्री जैन ने सिवनी के जिला अस्पताल में 40 लाख रुपए के मेंटनेंस बिल पास करने के लिए 10 प्रतिशत रिश्वत मांगी थी.
इस संबंध में लोकायुक्त इंस्पेक्टर स्वप्रिल दास ने बताया कि सुहागी अधारताल में रहने वाले चंद्रभान विश्वकर्मा ठेकेदार है, जिन्होने करीब एक साल पहले सिवनी के जिला अस्पताल में 40 लाख रुपए का मेंटेनेंस का काम कराया था, जिसका ठेका सतपुड़ा भवन स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पास से हुआ था, बिल भी भोपाल से ही पास होना था. कार्य का करीब 35 लाख रुपए के बिल का भुगतान तो पास हो चुका लेकिन पांच लाख रुपए कि लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल में पदस्थ प्रभारी कार्यपालन यंत्री ऋषभ जैन उम्र 58 वर्ष द्वारा दस प्रतिशत के हिसाब से रिश्वत की मांग की जा रही थी, एक लाख रुपए तो ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा ने दे दिए लेकिन तीन लाख रुपए की और मांग की जा रही थी, करीब एक साल से बिल के भुगतान के लिए भटक रहे चंद्रभान विश्वकर्मा ने इस बात की शिकायत लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की, इसके बाद 16 जुलाई को ऋषभ जैन व चंद्रभान विश्वकर्मा की भोपाल भेजकर रिकार्डिंग कराई गई और आज तीन लाख रुपए लेकर चंद्रभान भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंचा, जहां पर ऋषभ जैन पहले से ही बैठा था, जैसे ही चंद्रभान विश्वकर्मा ने कार्यपालन यंत्री ऋषभ जैन को रिश्वत के तीन लाख रुपए दिए तभी लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े, इंस्पेक्टर स्वप्निल दास, कमलसिंह उईके, नरेश बहरा, भूपेन्द्र दीवान, आरक्षक दिनेश दुबे, अमित मंडल, जीत सिंह ने घेराबंदी करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया, लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही कार्यपालन यंत्री विवाद पर उतारु हो गया, जिससे रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी मच गई, देखते ही देखते कई लोग एकत्र हो गए, इस बीच ऋषभ जैन को समझाइश देते हुए शांत कराया गया. कार्यपालन यंत्री ऋषभ जैन को लोकायुक्त की टीम पीडब्ल्यूडी के विश्राम गृह लेकर पहुंची जहां पर कमरा नम्बर 18 में विधिवत कार्यवाही की गई.
रुपया फेंककर भागने की कोशिश की-
बताया गया है कि लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही कार्यपालन यंत्री ऋषभ जैन ने रुपए फेंकते हुए भागने की कोशिश की लेकिन उन्हे पकड़ लिया गया, इसके बाद वे अपना रुपया न होने का दावा करते हुए विवाद करने पर उतारु हो गए थे, ऋषभ जैन ने ही ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा को हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर रुपया लेने के लिए बुलाया था, जहां पर लोकायुक्त की टीम पहले से ही उपस्थित रही.
भोपाल में अभी तक दो मकान मिले-
लोकायुक्त इंस्पेक्टर कार्यपालन यंत्री ऋषभ जैन के चूनाभट्टी व नेहरु नगर में दो मकान, जमीनों के कागजात, लाखों रुपए के नगदी मिली है. अधिकारियों का कहना है कि कार्यवाही जारी है करोड़ों रुपए की संपत्ति का खुलासा होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश में ऑनलाइन पढ़ाई बंद हो सकती है: 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोलने, पूरी फीस पर अड़े संचालक
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