जोधपुर. सनसिटी जोधपुर शहर में निजी अस्पतालों की मनमानी के बाद अब प्रशासन ने अब उनको आईना दिखाना शुरू कर दिया है. गहलोत सरकार की महत्वपूर्ण मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ नहीं देने वाले शहर के पांच निजी अस्पतालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. निजी अस्पतालों की ओर से इलाज के नाम पर मरीजों से वसूले गए 10 लाख उनको लौटाने के आदेश जारी किए गए हैं. कोरोना काल में निजी अस्पतालों द्वारा इस योजना का लाभ नहीं देने के मामलों की फेहरिस्त काफी लंबी है. स्वास्थ्य विभाग उनकी जांच में जुटा है.
कोरोना की दूसरी लहर में सैकड़ों मरीजों ने शहर के निजी अस्पतालों में इलाज कराया लेकिन उनके संचालकों ने योजना का लाभ नहीं देकर मरीजों से पैसे वसूल कर लिए. मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में निजी अस्पतालों द्वारा लाभ नहीं देने पर शहर के 150 मरीजों ने संपर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी. हालांकि इन शिकायतों में से 70 को खारिज कर दिया. क्योंकि उनका इलाज पैकेज में शामिल नहीं था. बाकी शिकायतों पर चिकित्सा विभाग सुनवाई कर रहा है. 5 शिकायत पर फैसला हो गया है. फिलहाल 65 और मामलों की सुनवाई होनी है.
संपर्क पोर्टल पर शिकायतों की सुनवाई के दौरान शहर के पांच अस्पतालों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ नहीं देने का दोषी माना गया है. इन पांच निजी अस्पतालों पर सीएमएचओ की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इन पांचों अस्पतालों को मरीजों को 10 लाख रुपये लौटाने के नोटिस जारी कर दिए गए हैं. सीएमएचओ डॉक्टर बलवंत मांडा ने बताया कि सरकार की चिरंजीवी योजना का लाभ नहीं देने पर यह कार्रवाई की गई है. शिकायतों की सुनवाई के बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य महकमा कार्रवाई कर रहा है. जल्द ही अन्य शिकायतों का भी निस्तारण कर दिया जायेगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पंजाब में सिद्धू की ताजपोशी से राजस्थान में सियासी उबाल
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