नई दिल्ली. तमिलनाडु विधानसभा का आज से बजट सत्र शुरू हो गया है. राज्य के वित्त मंत्री पीटीआर पलानीवेल त्यागराजन ने राज्य के इतिहास में अपना पहला ई-बजट पेश किया. तमिलनाडु सरकार ने पेट्रोल टैक्स में 3 रुपये प्रति लीटर की कमी करने का बड़ा ऐलान किया है. इससे राज्य को हर साल 1160 करोड़ रुपये का नुकसान होगा.
इसके अलावा बजट में महिला सरकारी कर्मचारियों के लिए मातृत्व अवकाश 9 महीने से बढ़ाकर 12 महीने कर दिया गया है. 500 करोड़ रुपये की लागत से सेंटर फॉर क्लाइमेट चेंज की स्थापना की जाएगी. राज्य के सभी स्वयं सहायता समूहों को 20,000 करोड़ रुपये क्रेडिट के रूप में वितरित किए जाएंगे.
वित्त मंत्री ने कहा, राज्य के सभी 79,395 छोटे गांवों के हर व्यक्ति को प्रति दिन 55 लीटर साफ पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाए जाएंगे. साथ ही एक लाख से अधिक आबादी वाले 27 शहरों में भूमिगत जल निकासी योजना लागू की जाएगी.
तमिलनाडु में प्रमुख विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के विधायक शुक्रवार को सत्र के दौरान विरोध के तौर पर सदन से बाहर चले गए. दरअसल स्पीकर अप्पावु ने विपक्षी पार्टी को बोलने की अनुमति नहीं दी, जिससे नाराज होकर विधायक बाहर चले गए. वित्त मंत्री पलानीवेल त्याग राजन द्वारा द्रमुक सरकार के पहले बजट की प्रस्तुति से पहले विपक्ष के नेता के पलानीस्वामी खड़े हो गए और बोलने लगे.
स्पीकर अप्पावु ने पलानीस्वामी को यह कहते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया कि पलानीस्वामी सोमवार को बोल सकते हैं क्योंकि पहले बजट पेश करना होगा. इसके बाद अप्पावु ने राजन से राज्य का पहला पेपरलेस इलेक्ट्रॉनिक बजट पेश करने को कहा. इसके विरोध में अन्नाद्रमुक सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-तमिलनाडु: 8 अगस्त तक मंदिरों में भक्तों की एंट्री पर लगी रोक
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