न्यूज-व्यूज. यूपी विधानसभा चुनाव में क्या होगा? अभी इसका हिसाब लगाना, जल्दबाजी होगी क्योंकि अभी तो सियासी समीकरण और बदलेगा!
आइए, वर्तमान सियासी समीकरण के मद्देनजर संभावनाओं पर नजर डालते हैं....
एक- सीएम योगी के समक्ष सत्ता में वापसी की बड़ी चुनौती है और उन्हें पीएम मोदी के जनविरोधी फैसलों के कारण नुकसान हो सकता है, योगी जीतेंगे तो अपने दम पर, हारेंगे तो मोदी सरकार की सियासी मेहरबानी से!
दो- सपा के अखिलेश यादव के लिए बेहतर संभावनाएं बन रही है, यदि वे ममता बनर्जी जैसा सियासी खेला कर पाए, तो बेहतर नतीजे मिल सकते हैं!
तीन- कांग्रेस की ताकत बढ़ी है और उसे जितने ज्यादा वोट मिलेंगे, बीजेपी का उतना ही नुकसान होगा, कांग्रेस की बढ़ी ताकत 2024 के चुनावों की दशा और दिशा तय करेगी?
चार- बसपा अपने वोट बैंक के अलावा ब्राह्मण वोटर पर फोकस हो रही है, यदि वह अपने मकसद में कामयाब हो जाती है, तो जीते या नहीं, लेकिन बीजेपी का खासा नुकसान कर सकती है!
पांच- आम आदमी पार्टी भी सक्रिय है, लेकिन कितनी सफलता मिलेगी, कहना मुश्किल है, किन्तु आप को मिलने वाले वोट भी बीजेपी को ही नुकसान देंगे?
छह- ओवैसी की पार्टी भी यूपी में बड़ी उम्मीद लेकर सक्रिय है, परन्तु यहां बिहार जैसे नतीजे मिलना मुश्किल है, बंगाल जैसे परिणामों की ज्यादा संभावना है!
सात- इनके अलावा कई छोटे-छोटे दल भी मैदान में होंगे, यदि वे किसी प्रभावी दल के साथ रहे, तो फायदा हो सकता है, परन्तु यदि अकेले दम पर लड़े, तो दूसरों का नतीजा तो बदल सकते हैं, उन्हें कुछ खास फायदा होता नजर नहीं आ रहा है?
सियासी सयानों का मानना है कि यदि योगी अपने पुराने मतदाताओं को ही संभाल कर रख पाए, तो जीत सकते हैं, लेकिन यदि वे वोटर बिखर गए, तो जीत भी उतनी ही दूर होती जाएगी!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी में 5 पांच साल में मिल जाएगी 5 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी: सीएम योगी
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