जबलपुर/भोपाल. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. साथ ही मानसून ट्रफ का एक छोर भी बंगाल की खाड़ी में पहुंच गया है. इस वजह से शिथिल हुआ मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार से प्रदेश के अधिकांश जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पडऩे का सिलिसला शुरू होने के आसार हैं. इस दौरान जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है.
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मलाजखंड में 21.2, जबलपुर में 6.8, मंडला में 6.4, नरसिंहपुर में चार, उमरिया में 2.7, बौतूल में 2.2, सतना में 0.6, गुना में 0.4, होशंगाबाद, सागर में 0.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई. इस दौरान भोपाल में भी कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ीं. मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के दक्षिणी और आंध्र के उत्तरी कोस्ट के बीच एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में है, जबकि पूर्वी छोर बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बना हुआ है.
इसके अतिरिक्त एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान पर सक्रिय है. इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से बड़े पैमाने पर नमी के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस वजह से पूरे मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश होने के आसार बन गए हैं. शुक्ला के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है. इसके प्रभाव से जबलपुर, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, सागर, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में बौछारें पडऩे की संभावना है. इस दौरान होशंगाबाद, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर के देवजी नेत्रालय में आन-बान-शान से लहराया तिरंगा
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