जानिए क्या करता है नकारात्मक राहू

जानिए क्या करता है नकारात्मक राहू

प्रेषित समय :21:09:10 PM / Sun, Aug 22nd, 2021

अगर आपकी कुंडली में राहु दोष है तो आपको मानसिक तनाव, आर्थिक नुकसान, स्वयं को ले कर ग़लतफहमी, आपसी तालमेल में कमी, बात बात पर आपा खोना, वाणी का कठोर होना और अपशब्द बोलना साथ ही अगर आपकी कुंडली में राहु की स्थिति अशुभ हौ तो आपके हाथ के नाखून अपने आप टूटने लगते हैं.

इसके साथ ही वाहन दुर्घटना, पेट में कोई समस्या, सिर में दर्द होना, भोजन में बाल दिखना, अपयश की प्राप्ति, संबंध ख़राब होना, दिमागी संतुलन ठीक नहीं रहता है, शत्रुओं की ओर से परेशान आदि आपकी कुंडली में राहु के खराब होने के संकेत है.

कई बार राहू आपको भय भी देता है, एक अज्ञात सा भय, लगता है कि किसी ने जादू टोने टोटके कर दिया है. अक्सर इसका असर अमावस्या पर दिखाई देता है,

राहु ग्रह पेट की समस्या ज्यादा देता है, आप हर इलाज करवा लीजिये,पुरे संसार मै घूम लीजिए, हर रिपोर्ट ठीक आयगी,पर पेट का दर्द ठीक नही होगा जब तक राहू का इलाज नही करवाया जाए .

अगर उपरोक्त प्रकार के भाव मिलते है, तो समझना चाहिये कि किसी न किसी प्रकार से राहु का प्रकोप शरीर पर है, या तो गोचर से राहु अपनी शक्ति देकर मनुष्य जीवन को जानवर की गति प्रदान कर रहा है, अथवा राहु की दशा चल रही है, और पुराने पूर्वजों की गल्तियों के कारण जातक को इस प्रकार से उनके पाप भुगतने के लिये राहु प्रयोग कर रहा है.

क्या आप जानते हो की राहू अपने बल से चन्द्र और सूर्य तक को निगल जाता है, साथ ही गुरु जैसे शुभ ग्रह के साथ बैठकर चांडाल योग बना देता है

ये हम सब जानते है की गुरु राहु चांडाल दोष, सूर्य राहु पितृ दोष, ग्रहण दोष, चन्द्र राहु ग्रहण दोष, शनि राहु शापित दोष, मंगल राहु अंगारक दोष बनाते है. मतलब 100 लीटर दूध मै एक बून्द निम्बू की दूध फाड़ देती है . इसी तरह राहु का साथ शुभ ग्रह को खराब कर देता है . 

इस ग्रह का हर किसी की जिंदगी पर अलग अलग प्रभाव पढ़ता है . जिंदगी मे इसका अधिक प्रभाव पूर्ण नास्तिक से लेकर पागलपन तक बना देता है . 

ये निर्भर करता है की राहू आपकी जिंदगी मै कितने अंश का है, और प्रभावी ग्रह, स्थान कितना कमजोर है . जब कुंडली मे शनि नीच राशि, कमजोर या दुष्प्रभाव मै हो तब राहू और खराब असर देने लगता है.

सही मायनो मै राहू को समझ पाना बहुत ही कठिन होता है, क्योकि उसमे नकारात्मक और सकारात्मक दोनों के गुण है, एक तरफ राक्षस प्रवृत्ति , दूसरी और अमृत का अंश चखकर देव गुण .

उपाय - कच्चा कोयला बहते हुए जल में परवाह करे हर रविवार 

मछली को दाना डालना शुरू करें 

कबुतरो को दाना डालना शुरू कर सकते हैं

मछली खाने से परहेज़ करें 

शिव आराधना करें .

Astro nirmal

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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