पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में पकड़े गए हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के पकड़े जाने के बाद उसके द्वारा एकत्र की गई धन सम्पदा से लेकर उसके संबंधों क ी कहानी भी उजागर होने लगी है, पुलिस को यहां तक जानकारी मिली है कि अब्दुल रज्जाक के मुम्बई की डी कंपनी से जुड़े लोगों से कारोबारी रिश्ते है वहीं यूपी के कुख्यात बदमाश जबलपुर में रज्जाक के घर में फरारी काटने के लिए आते रहे. हालांकि एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने अब्दुल रज्जाक के तमाम मामलों की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है, जिसमें 17 पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है.
बताया जाता है कि दूध के कारोबार से जबलपुर में अपने पैर जमाने वाले अब्दुल रज्जाक ने टोलटैक्स नाकों के ठेके लेकर जो रुपया कमाना शुरु किया, इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा, उसक ी अपराधिक गतिविधियों की शुरुआत ही यही से हुई है, इसके बाद वह माइनिंग के कारोबार से जुड़ गया. अब्दुल रज्जाक के बारे में यह खबर है कि उसने शहडोल व अनूपपुर में ग्रेनाइट व आयरन ओर के 16 पट्टे लिए है, वहीं बैतूल, शाहगढ़, सागर, कटनी, स्लीमनाबाद, बहोरीबंद, सिहोरा, नरसिंहपुर, देवास, छतरपुर में भी जमीनें बड़े पैमाने पर लीज पर ले रखी है, करीब 12 वर्षो में 165 खदानों के पट्टे लेकर खनन कर रहा है, जिसमें उसका एक बेटा भी साथ है, इन खदानों से अब्दुल रज्जाक को हर माह करोड़ों रुपए की कमाई हो रही है. उसकी कमाई का दूसरा जरिया मुम्बई से भी जुड़ा है, पुलिस को खबर है कि रज्जाक के मुम्बई में डी कंपनी से जुड़े लोगों के साथ भी कारोबारी रिश्ते बन गए है, इनमें दो व्यक्तियों के नाम सामने आए है, जिसमें बिरार मुम्बई व भाई ठाकुर है, जो डी कंपनी से जुड़े है और रज्जाक इनके संपर्क में लगातार बना रहता था. खबर यहां तक है कि अब्दुल रज्जाक ने जबलपुर, सिहोरा, कटनी, नरसिंहपुर सहित अन्य जिलों में करीब 6 हजार एकड़ से ज्यादा जमीनें खरीदी है, कुछ में माइनिंग का काम चल रहा है.
चश्मा के कारोबार तक लगाया अपना रुपया-
अब्दुल रज्जाक के बारे में यह बात भी सामने आई है कि उसने अपना बहुत सा रुपया चश्मा के कारोबार में भी लगाया है, इसक अलावा कई करोड़ रुपए शहर के नामचीन लोगों के पास रखता है, ताकि जरुरत पडऩे पर वहां से बुलवा सके. इसी तरह वह जबलपुर में सिविल लाइन आरटीओ आफिस के समीप स्थित घर, नया मोहल्ला, रद्दी चौकी, बड़ी ओमती व आनंद नगर में रहने वाले अपने खास गुर्गो के पास भी रुपया रखता है.
यूपी-बिहार के कुख्यात बदमाश भी काटते रहे जबलपुर में फरारी-
खबर यह भी है कि अब्दुल रज्जाक के संपर्क में उत्तरप्रदेश व बिहार के कई कुख्यात बदमाशों से भी है जो समय समय पर जबलपुर में आकर फरारी काटते रहे, जिन्हे अब्दुल रज्जाक द्वारा ही शरण दी जाती रही.
एसआईटी में 17 अधिकारियों को किया शामिल-
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने 17 पुलिस अधिकारियों को शामिल कर एसआईटी का गठन किया है, जो एएसपी सिटी रोहित काशवानी की अगुवाई में काम करेगी जिसकी कमान सीएसपी अखिलेश गौर को सौंपी गई है. जिसमें एएसपी क्राइम ब्रांच गोपाल खांडेल, सीएसपी ओमती आरडी भारद्धाज, सीएसपी गढ़ा तुषार सिंह, डीएसपी अजाक पंकज मिश्रा, डीएसपी सीआईडी सुशील चौहान, टीआई ओमती एसपीएस बघेल, टीआई लार्डगंज प्रफुल्ल श्रीवास्तव, टीआई कैंट विजय तिवारी, टीआई खमरिया निरूपमा पांडेय, एएसआई राम सनेही शर्मा, आरक्षक राजेश केवट, मानस उपाध्याय, अमित पटेल, आदित्य, ऋ षी नामदेव व द्रौपदी कुशवाहा को शामिल किया गया है.
अनूपपुर से भी बने है बंदूक के लाइसेंस-
चर्चाओं में यह बात भी सामने आई है कि हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के यहां से इटली मेड विदेशी रायफल सहित पांच हथियार बरामद किए गए है, जिनके लाइसेंस है, कुछ के लाइसेंस कटनी से तो कुछ के अनूपपुर से जारी कराने की खबर है, रज्जाक के अपराधों को छिपाकर व दूसरे के नामों से लाइसेंस जारी कराकर अब्दुल रज्जाक खुद के उपयोग में रखता था, आने वाले दिनों में इस मामले में भी एफआईआर दर्ज हो सकती है. एसआईटी जल्द ही कटनी व अनूपपुर प्रशासन से हथियारों के सीरियल नम्बर के आधार पर लाइसेंस की जारी हासिल करने पत्र व्यहार कर सकती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर के कुख्यात बदमाश अब्दुल रज्जाक को पुलिस ने किया गिरफ्तार, घर में मिली विदेशी राइफल
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