लखनऊ. एक तरफ जहां पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. वहीं, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने चुनाव से दूर रहने और अपने विश्राम को बढ़ाने का फैसला लिया है. इससे उनके जल्द ही किसी राजनीतिक संगठन में शामिल होने की अफवाहों पर विराम लग गया है. प्रशांत किशोर के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने ब्रेक लेने का फैसला किया है और अगले साल मार्च से पहले कोई असाइनमेंट नहीं लेंगे.
वह अगले साल तक किसी भी पार्टी के अंदर या बाहर से कोई भूमिका नहीं निभाएंगे. उन्होंने घोषणा की थी कि वह जो पहले से कर रहे हैं उसे करने से वह सेवानिवृत्त होना चाहते हैं. हालांकि, वह जो करने की योजना बना रहे हैं वह अभी भी कहना जल्दबाजी होगी. इसका साफ मतलब है कि प्रशांत किशोर उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में कोई भूमिका निभाने के इच्छुक नहीं हैं.
पश्चिम बंगाल में टीएमसी (TMC) की प्रचंड जीत के बाद, जिसने बीजेपी को परेशान कर दिया था, प्रशांत किशोर ने चुनाव प्रबंधन से अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि वह बहुत लंबे समय से पद छोड़ने के बारे में सोच रहे थे और एक अवसर की तलाश में थे. बंगाल ने मुझे वह मौका दिया है.
कांग्रेस में शामिल होने के लगाए जा रहे थे कयास
दिलचस्प बात यह है कि प्रशांत किशोर ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल में एक भूमिका से खुद को दूर कर लिया था, कई मीडिया रिपोर्टों के बीच कहा गया था कि वह जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल किए जाने की अफवाहों से राजनितीक गलियारों में गर्मा-गर्मी का माहौल बन रहा था. पार्टी आलाकमान के जी-23 सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें करने से प्रशांत किशोर के पार्टी में शामिल होने की अफवाहों को और मजबूती दे दी थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी में ‘आप’ के अकेले चुनाव लड़ने से और बढ़ेगा वोटों का बंटवारा
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