आज का दिन: मंगलवार, 7 सितंबर 2021, महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना से जीवन में सुखशांति आती है!

आज का दिन: मंगलवार, 7 सितंबर 2021, महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना से जीवन में सुखशांति आती है!

प्रेषित समय :20:13:37 PM / Mon, Sep 6th, 2021

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी

* मंगलवार और नौ अंक से प्रभावित श्रद्धालुओं को प्रतिदिन संभव नहीं हो तो प्रति मंगलवार श्रीराम दरबार और महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना करनी चाहिए, इससे मंगल दोष समाप्त होते हैं और जीवन में सुखशांति आती है.

* जिनका जन्म मंगलवार को हुआ हो, किसी भी पक्ष की नवमी तिथि को हुआ हो या फिर 9, 18 या 27 तारीख को हुआ हो वे मंगल के प्रभाव क्षेत्र में आते हैं. कई लोगों की जन्म पत्रिका में मंगल दोष होता है.

* शुभ मंगल, भाई और रक्त संबंधियों से मधुर संबंध देता है तो भूमि आसानी से प्राप्त होती है. अशुभ मंगल के परिणाम इसके उलट होते हैं. अशुभ मंगल ऋणग्रस्त करता है और रक्त दोष का कारण भी होता है.

* शुभ मंगल की शुभता बढ़ाने और अशुभ मंगल दोष से मुक्ति के लिए 
प्रतिदिन गोस्वामी तुलसीदास रचित श्रीराम स्तुति करें... 
श्रीरामचन्द्र कृपालु भजमन हरणभवभयदारुणं.
नवकञ्जलोचन कञ्जमुख करकञ्ज पदकञ्जारुणं ॥1॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नवनीलनीरदसुन्दरं.
पटपीतमानहु तडित रुचिशुचि नौमिजनकसुतावरं ॥2॥
भजदीनबन्धु दिनेश दानवदैत्यवंशनिकन्दनं.
रघुनन्द आनन्दकन्द कोशलचन्द्र दशरथनन्दनं ॥3॥
शिरमुकुटकुण्डल तिलकचारु उदारुअङ्गविभूषणं.
आजानुभुज शरचापधर सङ्ग्रामजितखरदूषणं ॥4॥
इति वदति तुलसीदास शंकरशेषमुनिमनरञ्जनं.
ममहृदयकञ्जनिवासकुरु कामादिखलदलगञजनं ॥5॥
मनु जाहि राचेउ मिलिहि सो बरु सहज सुन्दर सावरो . 
करुना निधान सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो ॥6॥
एही भाँति गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषीं अली. 
तुलसी भवानी पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥7॥
जानी गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि. 
मञ्जुल मङ्गल मूल बाम अङ्ग फरकन लगे ॥8॥
॥ सियावर रामचन्द्र की जय ॥
* श्रीराम की इस प्रार्थना के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें, मंगल के सारे अमंगल दूर होंगे!

- आज का राशिफल -  

मेष राशि:- (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

जीवनसाथी का सहयोग उलझे मामले सुलझाने में सहायक हो सकेगा. वाहन सावधानी से चलाएँ. कोर्ट-कचहरी में अनुकूलता रहेगी. पूजा-पाठ में मन लगेगा. व्यवसाय ठीक चलेगा. झंझटों में न पड़ें. उधार दिया धन मिलने से राहत हो सकती है.

वृष राशि:- (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

अपने काम से काम रखें. स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें. आवास संबंधी समस्या हल होगी. आलस्य न करें. सोचे काम समय पर नहीं हो पाएँगे. चोट, चोरी व विवाद से हानि संभव है. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. कुसंगति से हानि होगी.

मिथुन राशि:- (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
परिवार की समस्याओं का समाधान हो सकेगा. व्यापार में नई योजनाएँ बनेंगी. व्यापार अच्छा चलेगा. रुके हुए काम समय पर पूरे होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा. राजकीय बाधा दूर होकर लाभ होगा. प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी. क्रोध पर नियंत्रण रखें. लाभ होगा.

कर्क राशि:- (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
व्यापार अच्छा चलेगा. कार्य के विस्तार की योजनाएँ बनेंगी. रोजगार में उन्नति एवं लाभ की संभावना है. पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी. लाभदायक समाचार मिलेंगे. भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभ देंगे. रोजगार मिलेगा. शत्रु भय रहेगा. निवेश व नौकरी लाभ देंगे.

सिंह राशि:- (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे. पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा. व्यवसाय ठीक चलेगा. विवाद न करें. सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी. आर्थिक अनुकूलता रहेगी. रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा. राज्यपक्ष से लाभ के योग हैं.

कन्या राशि:- (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
व्यावसायिक चिंता रहेगी. संतान के व्यवहार से कष्ट होगा. सहयोगी मदद नहीं करेंगे. व्ययों में कटौती करने का प्रयास करें. वाहन चलाते समय सावधानी रखें. उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. शत्रु सक्रिय रहेंगे. शोक समाचार मिल सकता है. थकान महसूस होगी.

तुला राशि:- (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
मेहनत का फल मिलेगा. कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी. व्यवसाय ठीक चलेगा. प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा. व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है. कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाएँ रखें. धनार्जन होगा.

वृश्चिक राशि:- (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
भूमि व संपत्ति संबंधी कार्य होंगे. पूर्व कर्म फलीभूत होंगे. परिवार में सुखद वातावरण रहेगा. व्यापार में इच्छित लाभ होगा. अतिथियों का आवागमन रहेगा. उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी. स्वाभिमान बना रहेगा. नई योजनाओं की शुरुआत होगी. संतान की प्रगति संभव है.

धनु राशि:- (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
प्रियजनों का पूर्ण सहयोग मिलेगा. व्यावसायिक चिंताएँ दूर होंगी. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. बेरोजगारी दूर होगी. व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी. भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी. जोखिम न लें. क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें. सत्कार्य में रुचि बढ़ेगी.

मकर राशि:- (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें. व्ययवृद्धि होगी. तनाव रहेगा. अपरिचितों पर विश्वास न करें. प्रयास में आलस्य व विलंब नहीं करना चाहिए. रुके हुए काम समय पर होने की संभावना है. विरोधी परास्त होंगे. यात्रा कष्टप्रद हो सकती है. धैर्य एवं संयम बना रहेगा.

कुम्भ राशि:- (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
प्रियजनों से पूरी मदद मिलेगी. धन प्राप्ति के योग हैं. स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएँगे. संतान के कार्यों में उन्नति के योग हैं. व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी. रुका हुआ धन मिलेगा. प्रसन्नता रहेगी. जल्दबाजी न करें.

मीन राशि:- (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
नई योजना बनेगी. कार्यप्रणाली में सुधार होगा. मान-सम्मान मिलेगा. व्यवसाय ठीक चलेगा. स्वास्थ्य के प्रति सावधानी रखें. कार्यक्षमता एवं कार्यकुशलता बढ़ेगी. कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें. व्यापार में नई योजनाओं से लाभ होगा.

आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 9131366453 

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- मंगलवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा                  रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- रोग                             पहला- काल
दूसरा- उद्वेग                           दूसरा- लाभ
तीसरा- चर                            तीसरा- उद्वेग
चौथा- लाभ                             चौथा- शुभ
पांचवां- अमृत                       पांचवां- अमृत
छठा- काल                             छठा- चर
सातवां- शुभ                          सातवां- रोग
आठवां- रोग                           आठवां- काल

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

पंचांग
मंगलवार,7 सितंबर, 2021
शक सम्वत1943   प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टा / गत्ते22
मास भाद्रपद
दिन काल12:34:33
तिथिअमावस्या - 06:23:21 तक, प्रतिपदा - 28:39:10 तक
नक्षत्रपूर्वा फाल्गुनी - 17:05:36 तक
करणनाग - 06:23:21 तक, किन्स्तुघ्ना - 17:34:10 तक
पक्ष कृष्ण
योगसाघ्य - 26:19:55 तक
सूर्योदय06:01:46
सूर्यास्त18:36:19
चन्द्र राशि सिंह - 22:50:06 तक
चन्द्रोदय 06:02:59
चन्द्रास्त 19:07:59
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:43 ए एम से 12:33 पी एम
अग्निवास पाताल - 06:21 ए एम तक
आकाश - 04:37 ए एम, सितम्बर 08 तक, पाताल
दिशा शूल उत्तर
नक्षत्र शूल उत्तर - 05:05 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
चन्द्र वास पूर्व - 10:50 पी एम तक
दक्षिण - 10:50 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास पश्चिम
जय श्रीराम! मंगल दोष से मुक्ति के लिए क्या करें?

https://www.youtube.com/watch?v=YOsVUtUrlyY&t=15s

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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