पटना. पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर पर अयोध्या के हनुमानगढ़ी द्वारा अपना मालिकाना हक का दावा ठोकने के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. हनुमानगढ़ी ने बिहार धार्मिक न्यास पर्षद को भेजे पत्र में दावा ठोकते हुए कहा है कि इसका स्वामित्व उसके पास है. कहा जा रहा है कि दावा करने के पहले हनुमानगढ़ी अयोध्या ने एक महीने तक कई जगहों पर हस्ताक्षर अभियान चलाया. इस खबर के सामने आने के बाद धार्मिक न्यास पर्षद की तरफ से आचार्य किशोर कुणाल ने प्रेस वार्ता कर इसे बेबुनियाद करार दिया है.
हनुमानगढ़ी अयोध्या के दावे के बाद बिहार धार्मिक न्याय परिषद की तरफ से आचार्य किशोर कुणाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपनी बातें सामने रखीं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के समय से ही पटना महावीर मंदिर बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहा है. पटना महावीर मंदिर, राम मंदिर के निर्माण में हर साल 2 करोड़ रुपए की सहयोग राशि दे रहा है. इसके साथ ही अयोध्या में महावीर मंदिर की तरफ से चलाई जा रही राम रसोई ने भी देश भर में ख्याति प्राप्त की है. महावीर मंदिर के द्वारा न सिर्फ धार्मिक कार्य किए जा रहे हैं, बल्कि पटना में कई बड़े अस्पताल चलाए जाते हैं. महावीर मंदिर की तरफ से ही पटना का कैंसर अस्पताल, बच्चों का वात्सल्य अस्पताल सहित कई सुविधाएं लोगों को दी जा रही हैं. कुछ लोग इसकी लोकप्रियता से परेशान हैं और ऐसे में बेबुनियाद दावा कर रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बिहार: शिक्षक नियुक्ति में धांधली, शिक्षा मंत्री ने रद्द की 400 इकाइयों की नियुक्ति प्रक्रिया
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