हिसार. हरियाणा के टोहाना से सिरसा सिधमुख नहर से सनियाना हेड से पाबड़ा की ओर जाने वाली पीएलसी नहर किनाला गांव में टूट जाने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई. नहर टूटने की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया. हालांकि, किसानों का कहना है कि जिस स्थान से नहर टूटी है, वहां पर नहर के पानी का रिसाव कई दिनों से हो रहा था. पीएलसी नहर के टूटने से किनाला गांव में 500 से भी ज्यादा एकड़ फसल नष्ट हो गई.
ग्रामीणों ने नहर टूटने की सूचना प्रशासन को दी. बताया जा रहा है कि पीछे नहर बंद होने के बाद भी 3 से 4 घंटे लगातार पानी खेतों में जाता रहा, जिसकी वजह से 500 से ज्यादा एकड़ फसल खराब हो गई. किसानों ने सरकार से नष्ट हुई फसल के मुआवजे की मांग की है. अल सुबह 3:00 बजे के करीब किनाला में नहर टूट जाने की जानकारी किसानों को मिली. उसके बाद किसानों ने प्रशासन तक यह बात पहुंचाई की किनाला में पीएलसी नहर टूट चुकी है, लेकिन सुबह 8:00 बजे तक भी कोई नहरी विभाग का अधिकारी या कर्मचारी पीएलसी नहर के टूटे हुए स्थान पर नहीं पहुंचा, जिसकी वजह से किसानों को भारी नुकसान हो गया.
टोहाना से सिरसा सिधमुख नहर से सनियाना हेड से पाबड़ा की ओर जाने वाली पीएलसी नहर किनाला गांव में टूटी है. किसानों का कहना है कि जिस स्थान से नहर टूटी है, वहां पर नहर के पानी का रिसाव कई दिनों से हो रहा था. पीएलसी नहर के टूटने से किनाला गांव में 500 से भी ज्यादा एकड़ फसल नष्ट हो गई. ग्रामीणों ने नहर टूटने की सूचना प्रशासन को दी. बताया जा रहा है कि पीछे नहर बंद होने के बाद भी 3 से 4 घंटे लगातार पानी खेतों में जाता रहा, जिसकी वजह से 500 से ज्यादा एकड़ फसल खराब हो गई.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-हरियाणा में 100 रुपये लीटर बिकेगा दूध, हिसार में खाप पंचायत का फैसला
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