जबलपुर. निजीकरण निगमीकरण, मौद्रीकरण के खिलाफ रेल मजदूर संघ ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में शुक्रवार 17 सितम्बर को जंगी प्रदर्शन किया. इस मौके पर मजदूर संघ के नेताओं ने केेंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि सरकार रेलवे को उद्यमियों को बेचकर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और रेल मजदूरों को ठेका कर्मी बनाना चाहती है . जिसे बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में निजीकरण निगमीकरण, मौद्रीकरण के खिलाफ आयोजित द्वारसभा व विरोध प्रदर्शन के दौरान मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला ने कहाकि संघ के अध्यक्ष डॉ. आरपी भटनागर व महामंत्री अशोक शर्मा के निर्देश पर पमरे समेत पूरे भारतीय रेल में चल रहे विरोध सप्ताह के तहत संघ के नेता सरकार व रेल प्रशासन के समक्ष जमकर बरसे. मंडल सचिव डीपी अग्रवाल ने दहाड़ते हुये केन्द्र सरकार की श्रमिक विरोधी साजिशों को बेनकाब किया. उन्होंने कहा कि मौद्रीकरण के नाम पर रेल संपत्ति को बेचकर वाहवाही लूटना चाह रही है सरकार. जिसे बर्दाष्त नहीं किया जाएगा. रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर के दुरुस्त करने की बजाय रेलवे का सत्यानाश नहीं होने देंगे. संयुक्त महामंत्री सतीष कुमार ने बताया कि लाखों बेरोजगार को रोजगार देने वाली रेलवे को बेचने से युवाओं पर बेरोजगारी की भारी मार पड़ेगी, जिसमें रेल कर्मियों के बच्चे भी शामिल हैं. आर.ए सिंह, डीएन यादव ने सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि रेल को किसी भी सूरत में बर्बाद नहीं होने देगें. चाहे हमें किसी भी हद तक जाना पड़े. कम से कम पमरे में कोई भी प्राइवेट ट्रेन का संचालन नहीं होने देंगे.
संघ के कार्यकार्ताओं ने एन.डी.ए. सीलिंग पर लगी रोक हटाने, एनपीएस समाप्त कर पुरानी पेंशन लागू करने, बिना सीलिंग के बोनस भुगतान करने, मंहगाई भत्ता का एरियर्स देने, सीनियर सुपरवाइजर को 4800 ग्रेड पे में बदलकर 5400 ग्रेड पे देने आवास की जर्जर हालत में सुधार, पास सुविधा को समाप्त करने की साजिश को बंद करने आदि ज्वलंत मुद्दों पर आवाज बुलंद की. इस आंदोलन में संघ के संयुक्त महामंत्री एसके वर्मा, सहा. महामंत्री एसके सिंहा, रोषन सिंह यादव, हर्ष वर्मा, आरएस कलसी, रफैल जैकव, शेख मुनीर खान, रुपेश गुप्ता, ओपी चौकसे, संतोष सोनी, समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे. प्रदर्शन का संचालन अवधेष तिवारी ने किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रेलवे ने पीएम मोदी को जन्मदिन पर दिया बड़ा तोहफा, शुरू की रेल कौशल विकास योजना
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