संजय सक्सेना, लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर जहां राजनैतिक दलों में गहमागहमी है, वहीं यूपी पुलिस भी अगले वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पुलिस हर वह कदम उठा रही है,जिससे चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न हो सकें. इसी क्रम में पुलिस द्वारा पूर्व के अनुभवों के आधार पर चुनावी हिंसा की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों को चिह्नित किया जा रहा है. उपद्रवी तत्वों को शांति भंग की आशंका में पाबंद किए जाने की कार्रवाई भी जल्द शुरू हो सकती है.अराजकत तत्वों की लिस्ट तैयार की जा रही है.
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ कई दौर की बैठकों के बाद पुलिस मुख्यालय में बैठने वाले अधिकारी जिलों से जरूरी सूचनाएं मंगा रहे हैं. इसमें पिछले चुनाव में चरणवार फोर्स की तैनाती, सभी जिलों में चुनाव से पहले उपद्रवियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई, चुनाव के दिन हुई हिंसा की घटनाओं और नामांकन से लेकर मतगणना तक में पुलिस प्रबंधों का ब्योरा मांगा गया है. डीजीपी मुख्यालय उन प्रबंधों की भी समीक्षा कर रहा है, जो चुनाव के दौरान शांति-व्यवस्था बनाए रखने में कारगर साबित हुए थे. उन दबंगांे को भी चिन्हित किया जा रहा है जो विधान सभा चुनाव में अपनी किस्मत अजमाना चाहते हैं.
यूपी पुलिस के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि वह वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव और वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव प्रदेश में पूरी तरह शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न कर चुकी है,जिसके कारण इस बार भी उसके हौसले बढ़े हुए हैं. पड़ोसी देश नेपाल और पड़ोसी राज्यों से सटे प्रदेश के जिलों में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए खास कार्ययोजना बनाई जा रही है. आईजी कानून-व्यवस्था राजेश मोदक ने कहा कि बैठकों में आयोग से प्राप्त होने वाले दिशा-निर्देशों के अनुसार तैयारी चल रही है. यूपी पुलिस इस बार भी शांतिपूर्वक चुनाव सम्पन्न कराने के लिए कटिबद्ध है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी चुनाव से पहले छोटे-छोटे राजनीतिक दल हुए सक्रिय, शिवपाल यादव के घर लगा जमावड़ा
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