नई दिल्ली. स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने 2-18 साल के बच्चों पर किए वैक्सीन के ट्रायल की रिपोर्ट भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को भेज दी है.
कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्णा एला ने शनिवार को एक मीडिया चैनल को इस बाबत जानकारी दी. बता दें कि भारत बायोटेक ने सितंबर में 18 साल से कम उम्र के बच्चों पर कोवैक्सिन के दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल पूरा किया और अब डीसीजीआई की मंजूरी के लिए उसने डेटा जमा करा दिया है.
इसी बीच, कोविड-19 टीकों के लिए आपातकालीन उपयोग सूची के मूल्यांकन पर डब्ल्यूएचओ के मार्गदर्शन दस्तावेज से पता चला है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को इसी महीने इस सूची में शामिल किया जा सकता है. शनिवार को डॉ. कृष्णा एला ने कहा कि फर्म ने सभी डाटा डब्ल्यूएचओ को सौंप दिया है और अपेक्षित काम किया है. उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक को उनके अन्य टीकों के लिए पिछली मंजूरी मिल गई है और उन्हें इस्तेमला में लाया जा रहा है. हालांकि, बच्चों पर इस्तेमाल के लिए वैक्सीन को कब तक मंजूरी मिलेगी इस पर टिप्पणी करने से उन्होंने इंकार कर दिया.
बता दें कि भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन को आपात स्थिति में इस्तेमाल की लिस्ट में शामिल करने के लिए डब्ल्यूएचओ को 9 जुलाई को ही सभी जरूरी दस्तावेज जमा करा दिए थे, लेकिन इसकी समीक्षा प्रक्रिया (जिसमें लगभग 6 सप्ताह का वक्त लगता है) जुलाई के अंत में शुरू हुई थी. अगर इस वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है तो इसे लगवाने वाले लोगों को विदेश दौरे पर आवश्यक क्वारंटीन में नहीं रहना होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जम्मू में मॉल, दफ्तरों में एंट्री के लिए कोविड-19 वैक्सीन का सिंगल डोज अनिवार्य
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