भोपाल. एमपी में बीजेपी के कुछ लोग ही प्रदेश में शराबबंदी की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ आबकारी विभाग की तरफ से प्रदेश में शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए अधिकारियों की मीटिंग बुलाई जा रही है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 12 अक्टूबर को अधिकारियों की मीटिंग होनी थी. ये पत्र वाणिज्यकर विभाग के उप सचिव आरपी श्रीवास्तव ने जारी किया है. यह पत्र अब सोशल मीडिया पर वायरल है. इसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है.
वाणिज्यकर विभाग की तरफ जारी पत्र में लिखा गया है कि मदिरा खपत में वृद्धि हेतु वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक. प्रमुख सचिव, वाणिज्यक कर की अध्यक्षता में मदिरा खपत में वृद्धि हेतु वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिनांक 12.10.2021 को सुबह 12 बजे बैठक आयोजित की जाएगी. इस बैठक में आप सभी उपस्थित रहें.
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पत्र को ट्वीट करते हुए लिखा है कि ये देखिए, बीजेपी और मोदी जी के सपनों को पूरा करने की दिशा में शिवराज चौहान सरकार का क्रांतिकारी कदम. प्रदेश में शराब की खपत बढ़ाने के लिए वीडियो के जरिए अफसरों की बैठक में निमंत्रण.
वहीं, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान की सरकार को चिंता है कि एमपी में सरकार की खपत क्यों कम हो रही है. वे शराब की खपत को बढ़ाने के लिए बैठक कर रहे हैं. इस सरकार ने प्रदेश को कर्ज में डुबो दिया है. अब यह सरकार लोगों को शराब में डुबोना चाहती है. आप रोजगार नहीं देकर देश को नशे में डुबोना चाहते हैं.
गौरतलब है कि बीजेपी की नेत्री और पूर्व सीएम उमा भारती एमपी में शराबबंदी को लेकर अभियान चला रही हैं. वह लगातार सीएम से मांग कर रही है कि एमपी में शराबबंदी लागू हो. इससे इतर बिक्री बढ़ाने के लिए सरकार के अफसर मीटिंग कर रहे हैं. वहीं, इसे लेकर सरकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दूषित हवा और शोर शराबे से हार्ट फेल का रिस्क ज्यादा: रिसर्च
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