डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी सम्मान- व्यंग्यकार विजी श्रीवास्तव को....

डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी सम्मान- व्यंग्यकार विजी श्रीवास्तव को....

प्रेषित समय :07:52:23 AM / Sat, Oct 16th, 2021

पल-पल इंडिया (व्हाट्सएप- 7597335007). प्रमुख पत्रकार अनुज खरे ने शांतिलाल जैन की ओर से की गई घोषणा को शेयर किया  है, जिसमें बताया गया है कि डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी सम्मान- व्यंग्यकार विजी श्रीवास्तव को प्रदान किया जा रहा है.

शांतिलाल जैन ने लिखा है- मुझे यह घोषणा करते हुवे प्रसन्नता हो रही है कि वर्ष 2021 के लिये डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी सम्मान के लिये व्यंग्यकार साथी विजी श्रीवास्तव का चयन किया गया है.

विजी पिछले तीन दशकों से अधिक से व्यंग्य रच रहे हैं. निरंतर प्रौढ़ होती जाती विजी की रचनाओं में विषयों की विविधता, अवधारणाओं की गहरी समझ और सवेंदनों की अनुभूत झलक स्पष्ट दिखाई पड़ती है. वे प्रतिबद्ध लेखक  हैं, उनकी प्रतिबद्धता मनुष्य और मनुष्यता के प्रति है. समकालीन समय-समाज की घटनाओं पर उनकी पैनी नज़र रखते हैं.

जीवन और जीवनशैली में भौंचक्का कर देनेवाली गति से आ रहे बदलावों की सूक्ष्म पड़ताल करने और उसका विषयानुकूल चित्रण करने की जबरजस्त क्षमता उनके अन्दर मौजूद है. अपनी रचनाओं में वे विषयों का किसी भौतिक प्रयोजन से प्रेरित न होकर मानवीय संवेदनाओं के साथ ट्रीटमेंट करते नज़र आते हैं. विडंबनाओं को पकड़ने की जैसी दृष्टि एक सजग व्यंग्यकार में होनी चाहिए वो विजी के पास है. उनके लिखे में मनुष्यता से जुड़े मुद्दों के प्रति एक लेखक और एक नागरिक के तौर पर जिम्मेवारी का भाव नज़र आता है.  

विजी के पास एक स्वस्फूर्त, देशज, चुलबुली और नटखट भाषा है जो पाखण्ड से भरे किरदारों को लम्बी टीस पहुँचानेवाली चिमटी खोड़ जाती है. उनकी रचनाओं में शिल्प की सुघड़ता तो है परन्तु फॉर्मेट्स का एकाकीपन नहीं है.

विजी श्रीवास्तव के व्यंग्य संग्रह भले ही गिनती में कम हों उनका लिखा अपने समकालीनों से कम नहीं है.

विजी का चयन निर्णायकों ने सर्वसम्मति से किया है, समिति में सदस्य रहे- कैलाश मंडलेकर, कमलेश पांडे, डॉ. अतुल चतुर्वेदी.

निर्णायक मण्डल के निर्देश पर मैं यह घोषणा कर रहा हूं!

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

सुभाष शर्माः पत्रकारिता की छोटी शुरुआत से कामयाबी की उंची उड़ान तक....

रंग संगम नाट्य समारोह की प्रस्तुति- रावण

राष्ट्रीय पुस्तक मेला: नाथ सम्प्रदाय पर आधारित अरुण कुमार त्रिपाठी की पुस्तकों का लोकार्पण

Leave a Reply