नजरिया. बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के आजादी को लेकर दिए गए बयान के बाद जारी विवाद पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि ऐसे लोगों को मजाक में लेना चाहिए.
खबर है कि उनका यह कहना है कि कुछ लोग पब्लिसिटी के लिए कुछ भी बोलते रहते हैं, ऐसे लोगों पर ध्यान ही नहीं देना चाहिए.
उनका तो यह भी कहना है कि किसे पता नहीं है कि भारत को आजादी कब मिली? भारत को आजादी 1947 में मिली यह बात सभी को पता है, इसलिए ऐसे लोगों को नोटिस नहीं लेना चाहिए, जो पब्लिसिटी के लिए इस प्रकार के बयान देते रहते हैं.
याद रहे, कंगना रनौत ने पद्मश्री अवार्ड लेने के बाद एक टीवी चैनल को इंटरव्यू में कहा था कि 1947 में देश को आजादी भीख में मिली थी, असली आजादी 2014 में मिली, लेकिन फिर बयान के बाद कंगना रनौत का भारी विरोध हो रहा है.
बड़ा सवाल यह नहीं है कि ऐसे मूर्खों को किस तरह से लिया जाए, बड़ा सवाल तो यह है कि इस तरह के लोगों को पद्मश्री जैसा सम्मानजनक पुरस्कार देते समय जिम्मेदाराना नजरिया क्यों नहीं अपनाया जाता है?
आश्चर्यजनक बात यह है कि ऐसे बयानों के बावजूद कंगना को सरकारी सम्मान और संरक्षण मिल रहा है, मतलब- या तो मोदी सरकार इससे बेखबर है या उसकी मौन सहमति है!
*मोदी सरकार की मानसिकता पर प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट शेखर गुरेरा का यह कार्टून एकदम सटीक है....
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-#ShekharGurera #Cartoon for 13.11.2021#PMModi #PadmaAwards #PadmaShri #PadmaAwards2021 #Kangana #KangnaRanaut #कंगना_पद्मश्री_वापस_करो pic.twitter.com/NdKlkbErox
— Shekhar Gurera (@GureraShekhar) November 12, 2021
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