जबलपुर. वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के तत्वावधान में जबलपुर के कोचिंग काम्पलेक्स परिसर में ट्रेन लाइटिंग व एसी स्टाफ की क्रमिक भूख हड़़ताल आज गुरूवार 18 नवम्बर को चौथे दिन में प्रवेश कर गया. रेलवे बोर्ड के स्पष्ट निर्देश की जबलपुर मंडल प्रशासन द्वारा की जा रही घनघोर उपेक्षा बरतते हुए कराये जा रहे नियम विरुद्ध कार्य से कर्मचारियों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है, जो किसी भी दिन विस्फोटक रूप ले सकता है. यूनियन ने रेल प्रशासन को चेतावनी दी है कि कर्मचारियों की जायज मांगों को तत्काल पूर्ण करें, अन्यथा गंभीर परिणाम की जवाबदारी प्रशासन की होगी.
आज भूख हड़ताल के चौथे दिन कल बैठे साथियों को मंडल सचिव नवीन लिटोरिया ने जूस पिला कर उठाया और नए साथी कॉम विनोद रजैया, कॉम प्रदीप कुमार, कॉम दीपक पटेल को बैठाया गया.
यूनियन के मंडल सचिव नवीन लिटोरिया व मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने कहा कि मंडल रेल प्रशासन एसी एवं टीएल कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं को लगातार नजर अंदाज करता आ रहा है. रेल प्रशासन रेलवे बोर्ड का स्पष्ट आदेश का भी उल्लंघन कर रहा है. उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड का स्पष्ट आदेश है कि जिस ट्रेन में 5 या उससे अधिक एसी कोच हैं, उसमें कम से कम 2 एसी कोच अटेेंडेंट लगाया जाए, लेकिन जबलपुर मंडल रेल प्रशासन बोर्ड के आदेश की नाफरमानी करते हुए 8 से 10 एसी कोच की ट्रेनोंं में भी 1 अटेंडेंट की ड्यूटी लगा रहा है. यह सब वह इसलिए कर रहा, ताकि उसे स्टाफ को ओवर टाइम का भुगतान नहीं करना पड़े. लेकिन रेल प्रशासन के इस निर्णय से कर्मचारियों पर कार्य का अत्यधिक बोझ बढ़ गया है और पिछले कुछ समय में 3 एसी कोच अटेंडेंट ड्यूटी के दौरान रन ओवर हो चुके हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-भारतीय रेलवे में इन पदों पर निकली बंपर वैकेंसी, बिना परीक्षा होगा सेलेक्शन
AIRF की रेलवे बोर्ड के साथ PNM में रेल कर्मचारियों के उठे कई मुद्दे, यह मांगें हुई पूरी
रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, कहा- बड़े लक्ष्यों पर काम कर रहा भारत
Leave a Reply