प्रदीप द्विवेदी. डर भी अजीब अदृश्य शक्ति है, जो बड़े-बड़े नेताओं को बड़ेवाला बना देती है?
अभी उपचुनाव हुए जिसमें मोदी टीम को तगड़ा सियासी झटका लगा है, यही नहीं, इन नतीजों ने आगे आ रहे विधानसभा चुनाव के लिए भी डरा दिया है?
जाहिर है, कुर्सी जाने का डर सियासी समर्पण के लिए मजबूर कर देता है, लिहाजा अचानक सत्ता के तेवर बदल गए हैं, कृषि कानून वापस ले लिए गए, पेट्रोल-डीजल के रेट पर ब्रेक लग गया, गैस सिलेंडर पर भी सब्सिडी फिर से मिलने की खबरें हैं, तो प्लेटफॉर्म टिकट भी पटरी पर आ गया है?
मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी के हवाल से खबर है कि भारतीय रेलवे ने हाल ही में अपने प्लेटफॉर्म टिकट के दाम को कम कर दिया है. खबरों की माने तो कई स्टेशनों की प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपये से कम करके 10 रुपये कर दी गई है!
लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि यह राहत कब तक के लिए है? चुनाव के बाद रेट नहीं बढ़ेंगे, इसकी गारंटी कौन देगा? और.... अब तक जो जनता की जमकर जेब काटी गई, उसका क्या?
सियासी सयानों का मानना है कि ऐसे फैसलों से कहीं जनता पर उल्टा असर ही नहीं हो जाए कि- मोदी हटाओ, महंगाई से मुक्ति पाओ!
खैर, जनता ने तपस्या भंग कर दी है, जिसे प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट शेखर गुरेरा कुछ इस तरह से देखते हैं....
https://twitter.com/GureraShekhar/status/1463194266054774787/photo/1
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-#ShekharGurera #Cartoon for 24.11.2021#PMModi #NaMo #BJP #FarmLaws #FarmLawsRepealed #farmlawswithdrawn #disappointed #FarmersProtest #SKM #तपस्या pic.twitter.com/y2pb7ilwGZ
— Shekhar Gurera (@GureraShekhar) November 23, 2021
संविधान दिवस पर पीएम मोदी बोले- पारिवारिक पार्टियां देश के लिए चिंता का विषय
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की PM मोदी ने रखी नींव, कहा- दिल्ली और पश्चिमी यूपी के लोगों को होगा फायदा
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले 28 नवम्बर को सर्वदलीय बैठक, पीएम मोदी भी हो सकते हैं शामिल
पीएम मोदी के कृषि क़ानून वापस लेने के फ़ैसले को विदेशी मीडिया किस नजरिए से देख रहा है?
Leave a Reply