डर के आगे समर्पण है? कुर्सी के लिए कुछ भी करेगा!

डर के आगे समर्पण है? कुर्सी के लिए कुछ भी करेगा!

प्रेषित समय :07:15:02 AM / Sat, Nov 27th, 2021

प्रदीप द्विवेदी. डर भी अजीब अदृश्य शक्ति है, जो बड़े-बड़े नेताओं को बड़ेवाला बना देती है?

अभी उपचुनाव हुए जिसमें मोदी टीम को तगड़ा सियासी झटका लगा है, यही नहीं, इन नतीजों ने आगे आ रहे विधानसभा चुनाव के लिए भी डरा दिया है?

जाहिर है, कुर्सी जाने का डर सियासी समर्पण के लिए मजबूर कर देता है, लिहाजा अचानक सत्ता के तेवर बदल गए हैं, कृषि कानून वापस ले लिए गए, पेट्रोल-डीजल के रेट पर ब्रेक लग गया, गैस सिलेंडर पर भी सब्सिडी फिर से मिलने की खबरें हैं, तो प्लेटफॉर्म टिकट भी पटरी पर आ गया है?

मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी के हवाल से खबर है कि भारतीय रेलवे ने हाल ही में अपने प्लेटफॉर्म टिकट के दाम को कम कर दिया है. खबरों की माने तो कई स्टेशनों की प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपये से कम करके 10 रुपये कर दी गई है!

लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि यह राहत कब तक के लिए है? चुनाव के बाद रेट नहीं बढ़ेंगे, इसकी गारंटी कौन देगा? और.... अब तक जो जनता की जमकर जेब काटी गई, उसका क्या?

सियासी सयानों का मानना है कि ऐसे फैसलों से कहीं जनता पर उल्टा असर ही नहीं हो जाए कि- मोदी हटाओ, महंगाई से मुक्ति पाओ!

खैर, जनता ने तपस्या भंग कर दी है, जिसे प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट शेखर गुरेरा कुछ इस तरह से देखते हैं....

https://twitter.com/GureraShekhar/status/1463194266054774787/photo/1

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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