नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने के लिए सामूहिक कोशिश करने की जरूरत है. क्योंकि टेक्नोलॉजी लगातार बदल रही है. उन्होंने कहा कि रेगुलेशन दोनों एग्जीक्यूटिव और कानूनी, टेक्नोलॉजी के साथ बदल रहे हैं. वे कभी भी पूरी तरह सही नहीं हो सकते हैं क्योंकि टेक्नोलॉजी लगातार बदल रही है.
वित्त मंत्री ने यह बात इनफिनिटी इवेंट के दौरान फिनटेक फॉर ऐन इंक्लूसिव ग्रोथ अक्रॉस द ग्लोग पर पैनल डिस्कशन के दौरान कही. वित्त मंत्री ने कहा कि उसे रेगुलेट करने के लिए, इस पर सामूहिक प्रयास करना पड़ेगा. इंडोनेशिया के वित्त मंत्री Mulyani Indrawati और मलेशिया के वित्त मंत्री Tengku Zafrul Aziz भी इस पैनल का हिस्सा थे. इस पैनल का संचालन प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार काउंसिल के चेयरमैन बिबेक देबरॉय ने किया.
गुरुवार को राज्यसभा में क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित एक सवाल का जवाब देते हुए, सीतारमण ने कहा था कि यह एक जोखिम वाला क्षेत्र है और इसमें पूरा रेगुलेटरी फ्रेमवर्क नहीं है. उन्होंने कहा था कि इसके विज्ञापनों पर पाबंदी लगाने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है. आरबीआई और सेबी के जरिए जागरूकता फैलाने के लिए कदम उठाए गए हैं. सरकार जल्द बिल को पेश करेगी.
सीतारमण ने कहा था कि सरकार जल्द ही क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बिल पेश करने जा रही है. वित्त मंत्री ने संसद में बताया था कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर रेगुलेशन पर विस्तार में चर्चा की गई है. कहा कि यहां ASCI हैं, जो विज्ञापनों को नियंत्रित करती हैं. उन्होंने कहा कि इसके सभी नियमों को देखा जा रहा है, जिससे वे यह तय कर सकें कि विज्ञापनों पर क्या किया जा सकता है. उन्होंने संसद में बताया कि सरकार जल्द बिल कैबिनेट से बिल पारित करने के बाद उसे लाएगी. इसे पिछली बार इसलिए नहीं लाया गया था क्योंकि कुछ दूसरी चीजें थीं, जिन्हें देखा जाना था. तेजी से बहुत सी चीजें इस मामले में आ गई हैं. वित्त मंत्री ने बताया कि मकसद बिल में सुधार करने का था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-वायु प्रदूषण: राजधानी दिल्ली में स्कूल खोलने पर सुप्रीम कोर्ट नाराज, सरकार को लगाई फटकार
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