क्षौर कर्म और उसके नियम एवं अन्य विविध मुहूर्त

क्षौर कर्म और उसके नियम एवं अन्य विविध मुहूर्त

प्रेषित समय :20:04:34 PM / Sat, Dec 4th, 2021

शास्त्र में क्षौर कर्म के लिए निम्न क्रम निर्धारित किया गया है. पहले दाढ़ी दाहिनी ओर से पूरी बनवा ले, फिर मुछ तब बगल के बाल फिर सिर के बालो को और अंत में आवश्यकतानुसार अन्य रोमो को कटवाना चाहिए. अन्त में नख कटवाने का विधान है.

वर्जित तिथि वार

एकादशी, चतुर्दशी, अमावस्या, पूर्णिमा, संक्रांति, व्यतिपात, विष्टि (भद्रा), व्रत के दिन, श्राद्ध के दिन मंगलवार और शनिवार को क्षौर कर्म नहीं कराना चाहिए.
रविवार को क्षौर कर्म कराने से एक मास की, शनिवार को सात मास की,भौमवार को आठ मास की आयु को उस उस दिन के अभिमानी देवता क्षीण कर देते है.

इसी प्रकार बुधवार को क्षौर करने से पांच मास की, सोमवार को सात मास की, गुरुवार को दस मास की और शुक्रवार को ग्यारह मास की आयु की वृद्धि उस उस दिन के अभिमानी देवता कर देते है.

पुत्र की इच्छा रखने वाले को सोमवार को और लक्ष्मी के इच्छा रखने वाले को गुरुवार को क्षौर नहीं कराना चाहिए.

अन्य विविध मुहूर्त

बच्चों को स्कूल में डालना(विद्यारम्भ)

शुभ ग्राह्म तिथि 2,3,5,7,10, 11,12
शुभवार मास- उत्तरायण, भाद्रपद 5 वें वर्ष रवि, चन्द्र, बुध, गुर, शुक्र.
शुभ नक्षत्र- अश्विन, पुनर्वसु, आश्लेषा, रेवती, अनुराधा, आर्द्रा, स्वाती, चित्रा.

दुकान/बहीखाताशुरु

शुभ ग्राह्म तिथि- 1(कृष्ण पक्ष )3, 5, 7, 10, 11, 13 शुक्लपक्ष
शुभवार मास- रवि, चन्द्र, बुध, गुरु, शुक्र, वैशाख, ज्येष्ठ ,आषाढ़ , भाद्रपद , मार्गशीर्ष, माघ, फाल्गुन.
शुभ नक्षत्र-अश्विनी, रोहणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, मूल, उत्तराभाद्रपद, मूल, श्रवण.

नौकरी करना

शुभ ग्राह्म तिथि- 2, 3, 5, 6, 7, 10 11, 12, 15
शुभवार मास- रवि, चन्द्र, बुध, गुरु, शुक्र उत्तरायण में.
शुभ नक्षत्र-अश्विनी, रोहणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा.

स्कूटर,कार,सवारी खरीदना

शुभ ग्राह्म तिथि 1 (कृष्ण पक्ष) 2, 3, 5, 6, 7,10, 11, 12, (13 शुक्ल)
शुभवार मास चन्द्र,बुध,गुरु, शुक्रवार में.
शुभ नक्षत्र अश्विनी, रोहणी, मृगशिरा, अनुराधा, शतभिषा, पुनर्वसु, पुष्य, स्वाती, उत्तरायण हस्त, चित्रा, रेवती.

गृहारम्भ (मकान बनाना)

शुभ ग्राह्म तिथि- 2, 3, 6, 7, 10, 11, 12, 13, शुक्ल पक्षे.
शुभवार मास -सोम, बुध, गुरु, शुक्र, वैशा, ज्येष्ठ, माघ, फाल्गुन.
शुभ नक्षत्र - रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, अनुराधा, शतभिषा, उत्तराफाल्गुनी, धनिष्ठा, हस्त, चित्रा, स्वाति.

शिलान्यास(नींव डालना)

शुभ ग्राह्म तिथि - गृहारम्भ,वाली तिथियां.
शुभवार मास -गृहारम्भ वाले वार मास, प्रविष्टा 15, 7, 9, 10, 21, 24, त्याज्य.
शुभ नक्षत्र - गृहारम्भ वाले नक्षत्र, (अश्विनी, श्रवण त्याज्य).

नव घर में प्रवेश

शुभ ग्राह्म तिथि - 2, 3, 5, 7, 10, 11, 13, 15 शुक्ल.
शुभवार मास - वैशाख, ज्येष्ठ, मार्गशीर्ष, माघ, फाल्गुन.
शुभ नक्षत्र -अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, उत्तरा 3, हस्त, चित्रा, स्वाति, पुष्य, अनुराधा.

भूमि खरीदने के लिए

शुभ ग्राह्म तिथि -1 (कृष्ण), 5 6, 10, 11, 15 (शुक्ल).
शुभवार मास- मंगल, गुरु, शुक्र.
शुभ नक्षत्र - मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, विशाखा, अनुराधा, पूर्वा-उत्तराभाद्रपद, मूल, रेवती.

ऑपरेशन कराने लिए

शुभ ग्राह्म तिथि - 2, 3, 5, 6, 7, 10, 12, 13.
शुभवार मास - रवि, मंगल, गुरु.
शुभ नक्षत् -अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, चित्रा, अनुराधा, श्रवण आदि.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

देहरी पूजन की विधि

तुलसी विवाह एवं शालिग्राम पूजन

दीपावली: अमावस और स्थिर लग्न मे पूजन कर महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करें

महानवमी पूजन का शुभ मुहूर्त एवं हवन विधि

Leave a Reply