भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में जीतने का संकल्प दोहराया. वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि अगली सरकार भाजपा की बने इसके लिए मिलकर काम करेंगे. राज्य भाजपा की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाई गई. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि भाजपा को सत्ता में लाने और सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सभी एकजुट होकर काम करेंगे. बैठक में पारित किए गए राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि इतिहास में पहली बार हुआ है, जब सरकार के पास तीन साल में जर्जर अर्थव्यवस्था, ठहरा हुआ विकास व लचर कानून व्यवस्था के सिवाय गिनाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है.
उन्होंने कहा कि सरकार की नींव ही अतर्कलह पर टिकी थी. इसका परिणाम रहा कि सरकार को 34 दिन तक होटल में कैद रहना पड़ा. नेताओं ने किसान कर्ज माफी, बेरोजगारी, बिजली और पानी के बिलों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार को घेरा. इस मौके पर पूनिया ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस के महान आविष्कारक राहुल गांधी राजस्थान में किसानों और बेरोजगारों से वादा कर के गए थे, लेकिन वह अब तक पूरा नहीं हुआ. प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में पाखंड करती है, लेकिन राजस्थान के युवाओं के साथ इंसाफ नहीं करती है. महिलाओं पर अत्याचार देश में सबसे ज्यादा राजस्थान में हो रहे हैं. बैठक में गहलोत सरकार के खिलाफ ब्लैकपेपर भी जारी किया गया, जिसमें विभिन्न विषयों पर सरकार को नाकाम बताया गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-भाजपा ने भारतीय क्रिकेटरों के लिए हलाल मीट की सिफारिश करने पर बीसीसीआई को घेरा
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