पणजी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार 10 दिसंबर को गोवा का दौरा करने वाली है. इस एक दिन के दौरे में प्रियंका गांधी उस इमारत का दौरा करेंगी जिसका सन 1972 में खुद इंदिरा गांधी ने उदघाटन किया था. प्रियंका के दौरे का ऐलान करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने कहा कि गोवा में इस चुनाव में माइनिंग शुरू करने का मुद्दा है और मौजूदा बीजेपी सरकार इस मुद्दे पर नाकाम रही है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भी अपने दौरे में माइनिंग फिर से शुरु करने का समर्थन किया था और अगर केन्द्र सरकार इसके लिए संसद में कोई बिल लाती है तो कांग्रेस उसका समर्थन करेगी. माना जा रहा है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का यह दौरा गोवा में कांग्रेस की भविष्य की राजनीतिक दिशा तय करेगा.
गौरतलब है कि कल ही गोवा के 21 सरपंचों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर अपनी जीविका बचाने की बात की थी और अब कांग्रेस ने खुलकर माइनिंग शुरु करने का समर्थन कर दिया है. इस बीच आज कैबिनेट की बैठक के बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि सरकार जल्दी ही 8 खदानों को नीलाम करेगी. लेकिन कांग्रेस चाहती है कि पहले से चल रही खदानों की तुरंत चालू किया जाये ताकि लोगों को रोजगार मिल सके. 10 दिसंबर को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी गोवा में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगी. गोवा कांग्रेस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने आज यह जानकारी दी. उन्होंने यह भी कहा कि अपने इस दौरे में प्रियंका गांधी उन सभी लोगों से भी मुलाकात करेंगी जिन्हें प्रदेश की बीजेपी सरकार से न्याय नहीं मिला है. कामत ने गोवा के 21 सरपंचों द्वारा गोवा में माइनिंग को फिर आरंभ करवाने के लिए प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र पर प्रतिक्रिया में कहा कि बीजेपी की वर्तमान सरकार माइनिंग क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह नाकाम रही है. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की घोषणा को दोहराते हुए कहा, “हम चाहते हैं कि गोवा में जल्द- से- जल्द माइनिंग शुरू की जाए. अगर केंद्र की भाजपा सरकार इससे संबंधित किसी तरह का कोई भी बिल संसद में लेकर आती है तो कांग्रेस इसका पूरा समर्थन करेगी”.
ज्ञात हो कि गोवा में 2018 से माइनिंग पूरी तरह प्रतिबंधित है. जबकि पर्यटन के बाद माइनिंग का ही गोवा की अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा योगदान है. इस पर लगे प्रतिबंध की वजह से इस पर निर्भर लगभग 4 लाख लोगों की रोजी - रोटी छिन गई है. हाल ही में गोवा के 21 सरपंचों ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रार्थना पत्र लिखकर गोवा में माइनिंग दोबारा शुरू करने की दरख्वास्त की है. उन्होंने अपने इस पत्र में लिखा है कि 2013 में गोवा ने ही प्रधानमंत्री को बीजेपी के कैंडिडेट के तौर पर नॉमिनेट किया था और अब प्रधानमंत्री रिटर्न गिफ्ट के तौर पर गोवा में माइनिंग की दोबारा शुरुआत करें.
गोवा में माइनिंग एक प्रमुख और ज्वलंत मुद्दा है और यही कारण है कि हर पार्टी इसे भुनाने में लगी है. आम आदमी पार्टी ने भी हाल ही में घोषणा की थी कि अगर वह सत्ता में आती है तो 6 महीने के भीतर माइनिंग को दोबारा शुरू करवाएगी. प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी आश्वासन दिया है कि वह कारपोरेशन बना रही है और जल्द ही 6- 8 माइनिंग ब्लॉक का ऑक्शन कर माइनिंग को फिर शुरू किया जाएगा. माइनिंग को लेकर कांग्रेस और भाजपा कई सालों से गोवा में आमने- सामने रही है. 2012 में गोवा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने कांग्रेस पर 35 हजार करोड़ की लूट का आरोप लगाया था और उसे घेरने की कोशिश की थी. हालांकि सत्ता में आने के बाद उन्होंने खुद इस बात को स्वीकार किया कि यह रकम 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की नहीं है. इस बीच 10 दिसंबर को होने वाला प्रियंका गांधी का दौरा गोवा में कांग्रेस की भविष्य की राजनीतिक दिशा तय करने वाला होगा. (प्राइम टाइम)
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-गोवा की लहरों में राजनीतिक उफान!
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