-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* जो साधक धर्मकर्म और ज्योतिष के क्षेत्र में सेवारत हैं उनके लिए देवी उपासना दिव्य शक्तियां प्राप्त करने का सर्वोत्तम मार्ग है.
* जितने भी प्रसिद्ध ज्योतिषी हुए हैं उनमें से ज्यादातर देवी उपासक रहे हैं क्योंकि किसी विषय का ज्ञान आंख की तरह है जो देखने की शक्ति तो देता है लेकिन अंधेरे में देखने की क्षमता दिव्य शक्तियों के प्रकाश के बगैर असंभव है.
* जो साधक धर्म-कर्म और ज्योतिष के क्षेत्र में कामयाबी चाहते हैं उन्हें मासिक दुर्गाष्टमी पर नियमित रूप से संकल्प लेकर पूजा-अर्चना करनी चाहिए, समय के साथ उन्हें अहसास होगा कि कोई शक्ति उन्हें सही मार्ग दिखा रही है!
* साधना के लिए उत्तम गुरु मिल जाए तो अच्छा है, नहीं तो अपनी ज्ञान-क्षमता से देवी आराधना प्रारंभ करें, सारी बाधाएं अपने आप समाप्त होती चली जाएंगी.
* यदि अखंड प्रदीप रख सकें तो देवी साधना के परिणाम जल्दी प्राप्त होते हैं लेकिन अपना मन सात्विक पूजा पर ही केंद्रित रखें, सही जानकारी के अभाव में जिद्दी साधना के परिणाम अक्सर खराब होते हैं!
- आज का राशिफल-
मेष राशि:- आत्मसंयत रहें. स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा. पिता को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं. रहन-सहन अस्त-व्यस्त रहेगा.
वृष राशि:- मानसिक शान्ति रहेगी. शैक्षिक एवं बौद्धिक कार्यों में सफलता मिलेगी. मान-सम्मन मिलेगा. मित्रों का सहयोग मिलेगा.
मिथुन राशि:- आत्मसंयत रहें. क्रोध की अधिकता रहेगी. जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते है. भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा.
कर्क राशि:- दाम्पत्य सुख में कमी आयेगी. जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद बढ़ सकते हें. नौकरी में अफसरों से मतभेद हो सकते हैं. स्थान परिवर्तन सम्भव है.
सिंह राशि:- सन्तान सुख में वृद्धि होगी. शैक्षिक एवं बौद्धिक कार्यों के सुखद परिणाम खुलेंगे.जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं.
कन्या राशि:- मन में शान्ति एवं प्रसन्नता के भाव रहेंगे. नौकरी में तरक्की के योग बन रहे है. वाहन सुख में वृद्धि होगी. धन लाभ होगा.
तुला राशि:- आप की आदतों के कारण आप के अपनों ने आपसे दूरियाँ बना ली हैं. समय रहते अपने स्वभाव और व्यवहार को बदलें ही तो अच्छा होगा. प्रिय समागम, आर्थिक स्थिति में पहले से सुधार होगा. संपर्कों को स्थापित व सुरक्षित रखना होगा.
वृश्चिक राशि:- पारिवारिक लोगो से सम्बन्ध मधुर होगे. कार्यस्थल पर किसी से आकर्षित होगे. भाग्योदय संभव है. जो भी काम करे पुरे आत्मविश्वास के साथ और आनंद से करे. निश्चित सफल होगे.
धनु राशि:- नए व्यापार की शुरुवात अनुकूल होगी. कान संबंधित पीड़ा हो सकती है. अनावश्यक विवादों में न बोले नुक्सान हो सकता है. नोकरी में बदलाव के योग है. राजनीति से जुड़े लोग मनचाही सफकता पा सकते है.
मकर राशि:- आर्थिक मामले सुलझने की उमीद है. जिन लोगों की आप ने मदद की थी वही आप का विरोध करेंगे. रूचि अनुसार काम मिलने से मन प्रसन्न रहेगा. सुख सुविधा पर खर्च संभव है. मानसिक अस्थिरता रहेगी.
कुम्भ राशि:- वैचारिक मतभेद दूर होंगे. किसी को अपने मन की बात बताने का मोका मिलेगा. कारोबार में नये सोदे लाभप्रद रहेंगे. रुके कार्य पुरे होने में अभी समय लग सकता है. मांगलिक खर्च संभव है.
मीन राशि:- बीती बातो को भुला कर अपने रिश्त्तो की नई शुरुवात करे. आप की उन्नती से विरोधी को तकलीफ हो सकती है. राजनीति के चलते शत्रु आप को नुकसान पहुचाने का हर संभव प्रयास करेंगे.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- बुधवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- लाभ पहला- उद्वेग
दूसरा- अमृत दूसरा- शुभ
तीसरा- काल तीसरा- अमृत
चौथा- शुभ चौथा- चर
पांचवां- रोग पांचवां- रोग
छठा- उद्वेग छठा- काल
सातवां- चर सातवां- लाभ
आठवां- लाभ आठवां- उद्वेग
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
पंचांग
बुधवार, 5 जनवरी, 2022
शक सम्वत 1943 प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते21
मास पौष
दिन काल10:23:21
तिथितृतीया - 14:37:12 तक
नक्षत्रश्रवण - 08:46:38 तक, धनिष्ठा - 31:11:45 तक
करणगर - 14:37:12 तक, वणिज - 25:29:02 तक
पक्ष शुक्ल
योगवज्र - 18:13:25 तक
सूर्योदय07:14:47
सूर्यास्त17:38:09
चन्द्र राशि मकर - 19:54:08 तक
चन्द्रोदय09:37:00
चन्द्रास्त20:32:00
ऋतु शिशिर
अभिजित मुहूर्त कोई नहीं
अग्निवास पृथ्वी - 02:34 पी एम तक ,आकाश
दिशा शूल उत्तर
चन्द्र वास दक्षिण - 07:54 पी एम तक
पश्चिम - 07:54 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास दक्षिण-पश्चिम
*Tripura Sundari Garba....
https://www.youtube.com/watch?v=so4HrkSvVSk&feature=youtu.be
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