यदि आपकी कुंडली में पंचम भाव में बृहस्पति देव बैठे है और राशि वृश्चिक या कोई मित्र राशि हो चौथे घर में मंगल और शुक्र या मंगल अकेले बैठे है तृतीय भाव में चंद्र ऐसे जातक की शादी ब्याह या तो 21 वे वर्ष में हो जाएगी या देरी होगी उम्र के 27 वर्ष तक शादी होने का इंतजार करना होगा ऐसी स्थिति में पार्टनर भी मंगल वाला ही तलाश करे वर्ना शादी के बाद भी विचार नही मिलेंगे पर पत्नी सुशील होगी मनमुटाव बने रहेंगे पर समाधान भी है
आप घबराएं नही इन सब समस्याओं का समाधान है*
*समाधान
ऐसे व्यक्ति द्विस्वभावी स्वभाव हो जाते है ,मनमर्जी करते है पर निर्णय लेने में संशय होता है जातक को पार्टनर सुंदर जरूर मिलेगा स्वयं भी सुंदर और शार्प माइंड रहेगा*पढ़ाई कम रहेगी*पर अध्यात्म में रुचि और इसी में गुजर बसर होगा*
1. ऐसे जातक रोजाना *शिव जी को* *पंचाक्षर मंत्रों से* *जल चढ़ा कर तांबे के लोटे में मसूर की दाल भेट करे*
2. शिव मार्तंड कवच का पैंडल गले में धारण करले*
3. प्रतिदिन लक्ष्मीनारायण की पूजा करे और मावे की* *मिठाई का भोग लगावे*
*फायदा होगा और* *पारिवारिक जीवन में खुशहाली आवेगी*
*यह सब छोटे मोटे टोटके आप स्वयं कर सकते हे जरूर करे.
Astro nirmal
ज्योतिष में सूर्य, चन्द्र और गुरु का बहुत ज्यादा महत्व है!
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