जबलपुर. एमपी के जबलपुर में नाइट कर्फ्यू के दौरान 38 वर्षीय ढाबा संचालक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई. आरोपियों ने युवक के पेट और पैर पर चाकू से 15 से अधिक वार किए थे. अधारताल पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को 24 घंटे के अंदर दबोच लिया. तीन एक ही परिवार के हैं. तीनों शातिर अपराधी हैं. उनके खिलाफ एनएसए की कार्रवाई भी की गई है.
मूलत: बिहार निवासी दिलीप सिंह (38) जबलपुर में पटेल नगर पेट्रोल पंप के पीछे रहता था. वह 14 साल से पेट्रोल पंप के पास खोसला ढाबा चला रहा था. उसके चाचा का ढबा करौंदा में है. ढाबे में बड़ा भाई दीपक सिंह भी सहयोग करता है. परिवार में पिता सुरेश सिंह, मां ललिता सिंह, पत्नी सुमन, दो बच्चे अंश (4) और अंतरा (10) हैं.
दिलीप सिंह 19 जनवरी की रात ढाबे से करौंदा वाले ढाबे के लिए निकला था. साथ में पटेल नगर निवासी एवं रेत-गिट्टी व्यवसायी अजय तिवारी भी थे. रात 11 सोनी पेट्रोल पम्प में पेट्रोल-डीजल का पैसा जमा कर घर निकले थे. पटेल नगर चौराहा पर राजा पांडे, उसके भतीजे विवेक पांडे उर्फ चूहा, दरोगा पांडे व राजेश यादव ने दोनों को रोक लिया. नए साल की पार्टी देने की बात पर अजय से विवाद करते हुए थप्पड़ जड़ दिए. दिलीप ने बचाव किया तो आरोपियों ने रंजिश पर उस पर चाकू से बेरहमी से ताबड़तोड़ कई वार कर डाले. अजय तिवारी जान बचाकर वहां से भाग निकला.
15 से अधिक चाकू के वार
दिलीप के पेट, सीना, पीठ व पैर में आरोपियों ने चाकू से 15 से अधिक वार किए. अधिक रक्तस्राव के चलते मेडिकल पहुंचने से पहले ही दिलीप ने दम तोड़ दिया. अधारताल पुलिस ने मामले में बलवा, धमकी देने व हत्या का प्रकरण दर्ज करते हुए विवेक पांडे उर्फ चूहा पांडे (21), उसके भाई दरोगा पांडे (23), चाचा राजा पांडे (24) निवासी वैलकम कॉलोनी पटेल नगर, राजेश यादव (36), अमन सूद (31), नीलेश राज (35) वर्ष तीनों निवासी पटेल नगर को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों से चाकू और कार आदि जब्त कर लिए हैं.
शातिर अपराधी हैं पांडे बंधु
अधारताल पुलिस के मुताबिक चूहा, दरोगा और राजा पांडे तीनों शातिर बदमाश हैं. उनके खिलाफ दर्जन भर से अधिक गंभीर वारदात दर्ज है. पूरे क्षेत्र में आरोपियों का आतंक है. आरोपियों के खिलाफ अधारताल पुलिस ने एनएसए का प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर के समक्ष प्रतिवेदन पेश किया. वहां से सभी को सेंट्रल जेल में तीन महीने के लिए एनएसए में निरद्ध करने का आदेश जारी करते हुए वारंट जारी हुआ.
14 साल पहले की थी दिलीप से रंजिश
अधारताल पुलिस के मुताबिक 2007 में लड़की छेडऩे की बात पर राजेश यादव से दिलीप सिंह, मनीष तिवारी, कालू व बाबू दाहिया का विवाद हुआ था. राजेश यादव एक लड़की को छेड़ रहा था. मना करने पर विवाद करने लगा. इस मारपीट में उसके सिर में चोट आ गई थी. प्रकरण में हत्या के प्रयास का मामला दिलीप व अन्य पर दर्ज हुआ था. दिलीप सहित अन्य को जेल भी जाना पड़ा था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में नए साल की पार्टी न देने पर चूहा ने की ढाबा संचालक की नृशंस हत्या..!
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