मास्को. यूक्रेन विवाद का हल निकालने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय कोशिश के तहत फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद फ्रांस की तरफ से कहा गया कि पुतिन समझौता करने को तैयार हैं. लेकिन अब क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति का कार्यालय) ने इस दावे को खारिज कर दिया है. क्रेमलिन का कहना है कि पुतिन ने मैक्रों से यह वादा वहीं किया है कि मॉस्को अभी के लिए यूक्रेन के आसपास सैन्य तैनाती नहीं करेगा. यह बात क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कही है.
प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस और फ्रांस अभी तक यूक्रेन के आसपास तनाव को कम करने के लिए एक समझौता नहीं कर सके हैं, लेकिन इसकी आवश्यकता थी और दोनों नेताओं की हालिया बैठक ने उस मोर्चे पर आगे के काम के लिए आधार प्रदान किया था. इससे पहले फ्रांस के अधिकारी ने कहा था कि पुतिन ने सोमवार शाम को मैक्रों के साथ मॉस्को में लंबी बातचीत के दौरान तनाव कम करने का संकल्प लिया है. अधिकारी ने कहा कि पुतिन ने इस बात पर भी सहमति व्यक्त की थी कि यूक्रेन की सीमाओं के पास बेलारूसी क्षेत्र में सैन्य अभ्यास में भाग लेने वाले सैनिकों को 20 फरवरी को युद्ध के खेल (वॉर गेम) समाप्त होने के बाद पीछे खींच लिया जाएगा.
अभ्यास के बाद लौट जाएंगे सैनिक
उन्होंने कहा कि अभ्यास के बाद सैनिक बिना किसी सटीक तारीख के रूस में अपने ठिकानों पर लौट आएंगे, लेकिन उन्होंने बताया कि किसी ने कभी नहीं कहा था कि सेना बेलारूस में ही रहेगी. वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि उन्होंने पुतिन के साथ “पर्याप्त और गहरी” चर्चा की है, जिसमें उन स्थितियों पर ध्यान केंद्रित किया गया जो डी-एस्केलेशन (सैनिको को पीछे खींचने की प्रक्रिया) में मदद कर सकती हैं. उन्होंने कहा, ‘ये आने वाले दिन थोड़े मुश्किल होंगे और साथ बैठकर गहरी चर्चा करना जरूरी रहेगा.’
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूक्रेन संकट पर पुतिन का बड़ा बयान- तो क्या हम नाटो से लड़ेंगे?
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