मायावती ने एक बार फिर विपक्ष को निशाने पर लिया है. मायावती ने कहा कि आजादी के बाद लंबे समय तक कांग्रेस की सरकार रही है. वह गलत नीतियों के कारण कई राज्यों और केंद्र से बाहर हो गई है. कांग्रेस ने दलितों-पिछड़ों के हित में कोई भी काम नहीं किया. बाबा साहब के साथ भी अन्याय किया. उनको भारत रत्न नहीं दिया. न ही कांशीराम की मृत्यु पर एक दिन का शोक जताया और न ही मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करवाई थी.
मायावती ने कहा कि आए दिन इनके नेता किस्म किस्म के नाटक करते रहते हैं. अच्छे दिनों में इनको दलितों पिछड़ों की याद नहीं आती है. सपा और बीजेपी की सरकारों में भी जुल्म ज्यादिती होना आम बात होती है. सरकार की योजनाओं का लाभ भी एक जाति तक सीमित रहा है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में एससी-एसटी का आरक्षण समाप्त कर दिया गया था. पदोन्नति में आरक्षण भी समाप्त किया. पंचशील नगर का नाम बदल कर हापुड़ कर दिया था. साथ ही कई जिलों के नाम बदल दिए गए. मेडिकल कालेज का नाम भी केजीएमयू कर दिया गया.
मायावती ने कहा कि सपा सरकार ने सिर्फ हमारे शासन काल में बने स्थानों और जिलों का नाम हमारे महापुरुषों के नाम से अलग कर बदल दिया. सपा को किसी भी कीमत पर वोट नहीं देना है. बीजेपी की सरकार ने भी सपा की ही भांति जातिवादी, पूंजीवादी लोगों का काम किया है. हर स्तर पर शोषण किया गया है. धर्म के नाम पर गुमराह किया गया. गरीबों मजदूरों महिलाओं मुस्लिम समुदाय के लोगों के हित में कुछ नहीं किया. मुस्लिम और अन्य धर्मों अल्पसंख्यकों के खिलाफ पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया गया है. प्रबुद्ध वर्ग भी उपेक्षित रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-तेजस्वी ने जातीय जनगणना पर CM नीतीश को घेरा, कहा- कांग्रेस के बिना मजबूत विपक्ष संभव नहीं
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