अफगानिस्तान में छूटे अमेरिकी सेटेलाइट फोन्‍स पहुंचे कश्मीर, आतंकी कर रहे इस्‍तेमाल

अफगानिस्तान में छूटे अमेरिकी सेटेलाइट फोन्‍स पहुंचे कश्मीर, आतंकी कर रहे इस्‍तेमाल

प्रेषित समय :19:52:56 PM / Fri, Feb 18th, 2022

नई दिल्ली. अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना द्वारा छोड़े गए सेटेलाइट फोन आतंकियों के हाथ लग गए हैं और वे कश्‍मीर में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. इंटेलिजेंस रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है कि बांदीपोरा, गांदरबल, कुपवाड़ा ,बडगाम और पुलवामा में सेटेलाइट फोन के जरिए आतंकी आपस में संपर्क कर रहे हैं. पिछले कुछ हफ्तों से कई सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सिस्टम एक्टिव हुए हैं और वे पीओके में एक्टिव सेटेलाइट फोन के संपर्क में हैं.

रिपोर्ट के अनुसार फोन के एक्टिव होने का समय भी एक जैसा ही है. ऐसी आशंका है कि आतंकी इनका इस्तेमाल किसी बड़े आतंकी हमले के लिए भी कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि आंतकी घाटी में सर्दियों की बर्फबारी के बाद किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की कोशिश में हैं. जानकारी में बताया गया है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्‍जे के बाद से यह आशंका जताई जा रही है कि अमेरिकी हथियार और आधुनिक कम्युनिकेशन सिस्‍टम आतंकियों के हाथ लग सकते हैं. अब इंटेलिजेंस इनपुट्स ने इस बात की पुष्टि कर दी है.

रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी सेना जिन इरेडियम सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सेट का इस्तेमाल करती थी अब वही सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सेट, कश्मीर में एक्टिव होते दिखे हैं. फरवरी के दूसरे हफ्ते से ये सेट्स एक्टिव हो रहे हैं. पहली बार 13 फरवरी यानी पुलवामा हमले के ठीक एक दिन पहले एक साथ कुल 8 ऐसे इरेडियम सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सिस्टम एक्टिव हुए. ये 8 इरेडियम सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सिस्टम शम्शाबारी रेंज और पीर पंजाल रेंज के इलाक़े में एक्टिव थे.

रिपोर्ट के मुताबिक बांदीपोरा, गांदरबल, कुपवाड़ा, बडगाम और पुलवामा में एक-एक और 2 बारामूला में एक ही दिन एक ही समय (सुबह 10.30 से लेकर दोपहर 3 बजे तक) सक्रिय थे. इसके बाद 13 फ़रवरी को ही 5 सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सेट (दोपहर 1 बजे से 14 फरवरी दोपहर 12 बजे तक) एक्टिव थे. इन 5 सेट की जो लोकेशन का पता चला है वह भी चौंकाने वाला है. इनमें 2 बांदीपोरा, 2 बारामूला और एक उरी के दूसरी ओर पीओके में एक्टिव था. ये सभी सेट अमेरिकी सेना इस्‍तेमाल में लाती है.  ऐसा माना जा रहा है कि ये सेट्स धीरे-धीरे अफगानिस्तान से कश्‍मीर में एक्टिव आतंकियों तक पहुंच रहे हैं. आतंकी इनका इस्‍तेमाल कर रहे हैं. ऐसी आशंका है कि गर्मियों की तैयारी के लिए भी इन सेट्स का इस्‍तेमाल कर रहे हों.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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