पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने पर मां नर्मदा का आभार व्यक्त करने शहर के वरिष्ठ डाक्टर मां नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा यात्रा में शामिल हुए. मां नर्मदा की पंचकोशी परिक्रमा करने से मां नर्मदा के प्रति जहां एक तरफ आस्था बढ़ी है वही अधिक सेवा करने की ऊर्जा भी मिली है.
इस मौके पर डाक्टरों का कहना था कि मां नर्मदा की अद्भुत तरंगे मन को प्रसन्न करती है, वास्तव में कोरोना की तीसरी लहर के कहर से मां नर्मदा की कृपा से ही नगरवासी बच पाएं हैं, यह गहरी आस्था और समर्पण का भाव भी है. संक्रमण काल में पहली व दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर जन जागरण और वैक्सीनेशन की वजह से भी कमजोर हुई. शहर के अस्पतालों के संचालकों एवं चिकित्सकों ने अपने अथक प्रयासों से मरीजों की सेवा की उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की लगातार प्रार्थनाएं भी की. अधिकतम मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए बगैर भी सिर्फ दवा और दुआ से अपने घरों में ठीक हुए हैं.
भेड़ाघाट स्थित हरे कृष्ण आश्रम से पंचकोशी यात्रा में बड़ी संख्या में चिकित्सक सम्मिलित हुए उन्होंने स्वप्रेरणा से पैदल ही पंचकोशी यात्रा की, कई चिकित्सक तो बगैर चप्पल जूते पहले नंगे पैर ही यात्रा में आस्था पूर्वक सम्मिलित हुए. पंचकोशी परिक्रमा में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ शैलेन्द्र राजपूत, मेट्रो हॉस्पिटल के संचालक सौरभ बड़ेरिया, डॉक्टर विवेक गुप्ता, आशीष अग्रवाल, पंकज गुप्ता, वीरेंद्र पांडे, डॉक्टर संतोष शुक्ला शामिल हुए. इस अवसर पर मां नर्मदा महाआरती के संस्थापक नर्मदा परिक्रमा संयोजक डॉ सुधीर अग्रवाल, भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक शरद अग्रवाल भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का समापन हरे कृष्णा आश्रम में हुआ ससंस्थापक स्वामी रामचन्द्रदास ने सभी परिक्रमावासियों को गोमती चक्र प्रदान किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में नाबालिग साली का अपहरण कर जीजा ने किया रेप..!
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