जबलपुर. रेलवे बोर्ड के उस निर्णय से आल इंडिया रेलवेमैंस फेडरेशन (एआईआरएफ) व वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) खफा हो गई है, जिसमें अचानक रनिंग स्टाफ जिनमें गार्ड व लोको पायलट शामिल हैं, उनके लाइन बाक्स को बंद करने का आदेश दिया है. डबलूसीआरईयू ने रेलवे बोर्ड के इस निर्णय को रेलवे की सुरक्षा व संरक्षा को गंभीर खतरा बताते हुए बुधवार 23 फरवरी को पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों रेल मंडलों की सभी लॉबियों में प्रात: 11 बजे गेट मीटिंग करने का निर्णय लिया है.
इस संबंध में एआईआरएफ के असिस्टेंट जनरल सैक्रेट्री व डबलूसीआरईयू के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि 21 फरवरी की देर शाम अचानक रेलवे बोर्ड ने रनिंग स्टाफ के लाइन बाक्स को बंद करने का आदेश दिया है. यह निर्णय कर्मचारी विरोधी तो है ही, साथ ही रेलवे के संरक्षा व सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी है. श्री गालव ने इस संबंध में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्पष्ट किया कि यूनियन लाइन बाक्स को बंद करने के निर्णय को तब तक लागू नहीं करने देगी, जब तक कि लोको व गार्ड के डिब्बे में स्थायी रूप से इन-बिल्ट बाक्स नहीं लगाया जाता. पत्रकार वार्ता में यूनियन के जोनल अध्यक्ष रवि जायसवाल, जबलपुर मंडल सचिव नवीन लिटोरिया, कोषाध्यक्ष इरशाद खान, बीएन शुक्ला सहित यूनियन के अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे.
यह है रेलवे बोर्ड का आदेश
डबलूसीआरईयू महामंत्री श्री गालव ने बताया कि रेलवे बोर्ड लगातार कई सालों से यह प्रयास करता रहा है कि गार्ड व लोको पायलट के लाइन बाक्स को बंद कर दिया जाए, क्योंकि बोर्ड का मानना है कि इस कार्य में लगने वाला स्टाफ अन प्रोडक्टिव है, लेकिन यूनियन का मानना है कि रेल की सुरक्षा व संरक्षा के लिए लाइन बाक्स अति महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें बीच रास्ते किसी आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक टूल्स, डिटोनेटर, रूल्स बाक्स सहित तमाम सामग्रियां रहती हैं. रेलवे बोर्ड लाइन बाक्स को बंद करके उसके स्थान पर हर तीन साल में एक बार ट्राली बैग या 5 हजार रुपए प्रति तीन वर्ष में स्टाफ को देने का आदेश दिया है.
रनिंग स्टाफ बैग की सुरक्षा करेगा कि ड्यूटी
यूनियन का स्पष्ट कहना है कि ट्राली बैग को हर बार स्टाफ को अपने साथ घर ले जाना होगा और ड्यूटी पर आने पर साथ लाना होगा, उस बैग में विस्फोटक डिटोनेटर, टूल्स आदि होते हैं, जिसका वजन 20 किलोग्राम से अधिक रहता है, ऐसे में सड़क पर चलते वक्त कोई दुर्घटना होती है तो उससे स्टाफ की सुरक्षा के साथ-साथ सड़क पर चलने वाले राहगीरों की जान-माल को भी गंभीर खतरा उत्पन्न होगा. वहीं गार्ड ट्राली बैग लेकर यार्ड में कैसे अपने डिब्बे तक गिट्टियों पर चलकर पहुंचेगा, यह गंभीर प्रश्न है.
25 फरवरी को एक दिनी धरना, नहीं तो रेल के पहिये होंगे जाम
यूनियन महामंत्री मुकेश गालव ने रेल प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यूनियन को लाइन बाक्स बंद करने में कोई आपत्ति नहीं है, बशर्ते सभी लोको व गार्ड केबिन में इन-बिल्ट टूल बाक्स स्थापित हो, तब इस तरह का कोई निर्णय लिया जाये. यूनियन 23 फरवरी को 11 बजे गेट मीटिंग जोन की सभी लाबी में करेगी, अगले चरण में आगामी 25 फरवरी को तीनों मंडलों की सभी लॉबी में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक विशाल धरना प्रदर्शन आंदोलन होगा. साथ ही रेलवे बोर्ड अपने निर्णय पर विचार नहीं करता है तो रेल के पहिये भी जाम हो सकते हैं, जिसकी पूरी जवाबदारी रेल प्रशासन की होगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोटा में रेलवे के अंतरविभागीय क्रिकेट टूर्नामेंट का आगाज, डबलूसीआरईयू महामंत्री मुकेश गालव ने किया
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