नई दिल्ली/बेंगलुरु. केंद्रीय परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी सोमवार को कर्नाटक के बेलगावी जिले में पहुंचे. जहां उन्होंने पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका की तर्ज पर भूतल परिवहन परिदृश्य को बदलने का लक्ष्य रखा है. जिन पांच राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है उनमें बेलगावी-संकेश्वर बाईपास, महाराष्ट्र सीमा तक संकेश्वर बाईपास, चोरला-जंबोकी-बेलगावी, विजयपुरा-मुरागुंडी (एनएच 548 बी) और सिद्धपुरा-विजयपुरा (एनएच 561 ए) शामिल है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने सड़क नेटवर्क को विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. साल 2024 तक अमेरिका के बराबर भारत में भी सड़कों का जाल बिछा दिया जाएगा. सभी प्रकार की विकास गतिविधियां सड़क संपर्क पर निर्भर करती हैं. इसलिए सरकार ने देश में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने का फैसला किया है. उन्होंने कर्नाटक में 3,972 करोड़ रुपये के 238 किलोमीटर लंबे पांच राजमार्गों की नींव रखते हुए कहा कि इन राजमार्ग से आर्थिक विकास और अंतरराज्यीय आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि देश में कई स्थानों पर एक्सप्रेस कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और ईंधन की खपत भी कम होगी. उन्होंने आगे कहा कि देश में प्रदूषण कम करने के लिए हरित वाहनों को भी प्रोत्साहन दिया जाएगा.
भारत माला-2 परियोजना के तहत कर्नाटक में होगा विकास
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत माला-2 परियोजना के तहत कर्नाटक के कई क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा. उन्होंने मंच पर मौजूद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से नई परियोजनाओं को शुरू करने के लिए भूमि अधिग्रहण में तेजी लाने को भी कहा. उन्होंने कहा कि नई सड़क परियोजनाओं को निर्धारित समय में पूरा किया जाएगा, बशर्ते राज्य सरकार जमीन उपलब्ध कराए. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बेंगलुरु और चेन्नई के बीच एक्सप्रेस हाईवे विकसित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इसी तरह गुजरात के सूरत को चेन्नई से जोडऩे की परियोजना पर लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना की जा रही है. बेंगलुरु से तमिलनाडु के बीच राजमार्गों के साथ सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित किया जा सकता है, जो रोजगार प्रदान करेगा और अर्थव्यवस्था को बढ़ाएगा.
कृषि उत्पादों पर टोल माफ करने की मांग का केंद्रीय मंत्री का जवाब
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पुणे से बेंगलुरु के बीच यात्रा 100 किमी तक कम करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि जलशक्ति कार्यक्रम के तहत राजमार्ग के किनारे जल संरक्षण भी परियोजना का हिस्सा है. कर्नाटक सरकार को जल संबंधी विवादों को जल्द सुलझाने की सलाह देते हुए गडकरी ने कहा कि एक जल संसाधन मंत्री के रूप में उन्होंने पहले 20 परियोजनाओं में से 12 विवादों को सुलझाया था. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अलमाटी पर कर्नाटक विवाद को सुलझाया नहीं जा सका है. राजमार्गों पर कृषि उत्पादों पर टोल माफ करने की मांग का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर गौर किया जाएगा.
बिजली उत्पन्न करने के लिए छोटे जल निकायों का निर्माण
वहीं इस अवसर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ बहने वाले पानी से बिजली उत्पादन के लिए जल शक्ति (हाइड्रो पावर) परियोजना को कित्तूर से बेलगावी तक राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ लागू किया जाएगा, जो महाराष्ट्र की सीमा तक पहुंचता है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि इस परियोजना में पानी को चैनलाइज कर बिजली पैदा करने के लिए छोटे जल निकायों का निर्माण किया जाएगा. राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ बारिश के पानी को टैप करने की परिकल्पना की गई है.
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री की सराहना की
मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी राजमार्गों पर जल शक्ति परियोजना को लागू करने से विकास को एक नया आयाम देने का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री से बेलगावी और राज्य के अन्य शहरों में रिंग रोड को तेजी से पूरा करने का अनुरोध किया. उन्होंने केंद्रीय मंत्री को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार राजमार्गों के विकास, रिंग रोड और परियोजनाओं के लिए भूमि के अधिग्रहण के लिए जीएसटी छूट प्रदान करेगी. उन्होंने पंढरपुर और शिरडी सहित महाराष्ट्र के तीर्थ स्थानों को बादामी और पट्टाडकल जैसे कर्नाटक के तीर्थ स्थानों से जोडऩे वाली एक नई परियोजना तैयार करने के लिए केंद्रीय मंत्री की सराहना की.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर से 2 मार्च से दिल्ली के लिए उड़ान भरेगी इंडिगो की फ्लाइट,
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