नई दिल्ली. यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. अगर जरुरत पड़ी, तो इस काम में वायुसेना की भी मदद ली जाएगी. सोमवार को दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि यूक्रेन की सीमा से लगे 4 देशों में हमने विशेष दूत तैनात करने का निर्णय लिया है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया जाएंगे, किरेन रिजिजू स्लोवाक गणराज्य जाएंगे, हरदीप सिंह पुरी हंगरी जाएंगे और वीके सिंह पोलैंड जाएंगे. वे सब वहां समन्वय और निकासी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि भारत सरकार यूक्रेन को दवाओं समेत मानवीय सहायता भी भेजेगी.
अरिंदम बागची ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए नई एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि हम सभी भारतीय नागरिक और छात्रों से आग्रह करते हैं कि आप पश्चिमी यूक्रेन की तरफ जाएं. आप वहां पर सीधे बॉर्डर की तरफ ना जाएं, क्योंकि बॉर्डर पर बहुत भीड़ है. हम अनुरोध करते हैं आप सीमा के आसपास के नजदीकी शहर में जाएं. आप वहां पर रुकें, हमारी टीमें वहां पर मदद करेंगी.
अरिंदम बागची ने बताया कि मोल्दोवा के माध्यम से एक नया मार्ग भी अब शुरू हो गया है. हमारी टीम आपकी सहायता करेगी. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद मोल्दोवा में निकासी प्रक्रिया की देखरेख करेंगे. भारतीयों को यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अगर जरूरत पड़ेगी तो हम भारतीय वायुसेना की मदद लेंगे.
आपको बता दें कि रुस के आक्रमण के बाद पांच लाख से ज्यादा लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है. लगातार भारी संख्या में पलायन की वजह से सीमा पर भारी भीड़ हो रही है. ऐसे में भारतीय छात्रों को बॉर्डर पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. भारत सरकार ने आग्रह किया है कि यूक्रेन में ट्रेन, स्टेशनों पर गुस्सा ना दिखाएं और शांति से वहां से निकलने का प्रयास करें. आपको बता दें कि भारत अपने नागरिकों को ऑपरेशन गंगा के तहत लगातार एयरलिफ्ट कर रहा है. अब तक लगभग 8,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं. बुखारेस्ट (रोमानिया) और बुडापेस्ट (हंगरी) से लगातार उड़ानें संचालित की जा रही हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर से 2 मार्च से दिल्ली के लिए उड़ान भरेगी इंडिगो की फ्लाइट,
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