मास्को/कीव. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर बड़ी खबर यह है कि रूस सीजफायर को राजी हो गया है. भारतीय समयानुसार सुबह 11.30 बजे के बाद से यूक्रेन के 2 शहरों (मारियुपोल और वोल्नोवाखा) पर किसी तरह का हमला नहीं किया जा रहा है, जहां आम लोग फंसे हैं. अब ग्रीनकॉरिडोर बनाकर इन लोगों को निकालना आसान होगा.
इससे पहले खबर थी कि नाटो ने अपनी सेनाओं को अलर्ट कर दिया है. बता दें, रूस पहले ही कह चुका है यदि यूक्रेन की किसी ने मदद की तो भारी कीमत चुकाना होगी. यही कारण है कि तमाम देश यूक्रेन के साथ तो खड़े हैं, लेकिन वहां अपनी सेना उतारने के परहेज कर रहे हैं. वहीं यूक्रेन ने जर्मनी से भी सैन्य मदद मांगी है. वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने यहां फेसबुक और ट्विटर के साथ ही यूट्यूब पर भी बैन लगा दिया है.
यूक्रेन की सरकार ने गुरुवार को दावा किया कि 24 फरवरी को रूस के देश पर आक्रमण के बाद से अब तक 28 बच्चों की मौत हो चुकी है और 840 जख्मी हैं. यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख ओलेक्सी डेनिलोव ने यूक्रेनी टेलीविजन पर घोषणा की. एसोसिएटेड प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने रूस से महिलाओं और बच्चों को लड़ाई से बचने के लिए रास्ता बनाने की अपील की.
रूस के 9,166 सैनिक मारने का दावा
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने युद्ध के दौरान रूसी सेना के 9,166 लोगों को मारने का बड़ा दावा किया है. ट्वीट कर बताया है कि 24 फरवरी से जारी इस युद्ध में अभी तक रूस के 939 हमला करने वाले सैन्य वाहन, हमले में योगदान देने वाले 404 अन्य वाहन, 251 टैंक, 105 तोपें, 60 ईंधन टैंकर, 50 राकेट लांचर, 33 लड़ाकू विमान, 37 अटैक हेलीकाप्टर, 18 एयर डिफेंस सिस्टम, तीन ड्रोन और दो स्पीड बोट नष्ट की गई हैं. इस प्रकार से यूक्रेन में रूस को सैन्य जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. गुरुवार को यूक्रेन में रूसी सेना के मेजर जनरल की मौत हुई थी. पता चला है उनकी गोली लगने से मौत हुई थी.
आज हो सकती है तीसरे दौर की वार्ता
रूसी मीडिया के अनुसार युद्धविराम की संभावना पर विचार के लिए शनिवार को रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच तीसरे दौर की वार्ता हो सकती है. दूसरे दौर की वार्ता गुरुवार को हुई थी और उसमें देसी-विदेशी नागरिकों को युद्धग्रस्त क्षेत्रों से निकलने के लिए सुरक्षित रास्ता देने पर सहमति बनी थी. कुछ अन्य बिंदुओं पर दोनों देशों की समान चिंताएं पाई गई हैं. उन्हीं सहमति वाले बिंदुओं पर फैसला लेने के लिए तीसरे दौर की वार्ता होगी.
नाटो ने यूक्रेन की नो फ्लाई जोन की मांग खारिज की
नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने रूसी लड़ाकू विमानों को रोकने के लिए यूक्रेन के ऊपर के आकाश को नो फ्लाई जोन घोषित करने का यूक्रेनी सरकार का अनुरोध खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, नाटो इस लड़ाई का हिस्सा नहीं है. हम सारे प्रयास इसलिए कर रहे हैं कि तनाव यूक्रेन की सीमा से बाहर न बढ़े. हम सिर्फ नाटो देशों की सुरक्षा के संकल्प से जुड़े हुए हैं. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि नाटो एक सुरक्षात्मक गठबंधन है. इसका उद्देश्य तनाव बढ़ाना नहीं है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रूसी मीडिया का बड़ा दावा- यूक्रेन छोड़ कर भागे राष्ट्रपति जेलेंस्की
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