नजरिया. पीलीभीत से बीजेपी के सांसद वरुण गांधी लगातार मोदी सरकार को आईना दिखा रहे हैं. किसान आंदोलन से लगातार मुखर रहने वाले वरुण गांधी अब युवाओं के रोजगार को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
उन्होंने शुक्रवार को मोदी सरकार के सेना तथा अर्धसैनिक बलों में भर्ती प्रक्रिया ना प्रारंभ करने मामले में शब्दबाण चलाए- सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती ना आने के कारण पांवों में छाले लिए तीन वर्ष से दौड़ रहे युवा अब तो हताश हैं.
बढ़ती उम्र के कारण अयोग्य हो रहे इन युवाओं को आर्थिक तंगी अवसादग्रस्त बना रही है.
‘राष्ट्रसेवा’ का संकल्प लेने वाले इन युवाओं की आवाज ‘राष्ट्रवादी सरकार’ तक पहुंचनी चाहिए!
यही नहीं, मोदी सरकार पर व्यंग्यबाण चलाते हुए वरुण गांधी ने ट्वीट किया कि- हर आपदा में ‘अवसर’ नहीं खोजना चाहिए!
उन्होंने लिखा- सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्धभूमि में फंसे हुए हैं.
ठोस रणनीतिक और कूटनीतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है.
हर आपदा में ‘अवसर’ नहीं खोजना चाहिए!
इससे पहले निजीकरण का विरोध करते हुए उन्होंने ट्वीट किया था- केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही 5 लाख कर्मचारियों को ‘जबरन सेवानिवृत्त’ यानि बेरोजगार कर देगा. समाप्त होती हर नौकरी के साथ ही समाप्त हो जाती है लाखों परिवारों की उम्मीदें. सामाजिक स्तर पर आर्थिक असमानता पैदा कर एक ‘लोक कल्याणकारी सरकार’ पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती!
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि- वरुण गांधी के मुद्दों पर कोई सही जवाब नहीं दिया जाएगा और न ही कोई जरूरी समाधान तलाशा जाएगा, अलबत्ता आनेवाले समय में वरुण गांधी को भी शत्रुघ्न सिन्हा की राजनीतिक राह पर जरूर भेज दिया जाएगा?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1492532118261739522
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-झोला या परिवार! इनके पास परिवार-वाद, तो.... उनके पास परिवार-तोड़-वाद? news in hindi https://t.co/ruGUfc174d
— Palpalindia.com (@PalpalIndia) February 12, 2022
अभिमनोजः इधर राहुल गांधी, उधर वरुण गांधी, मध्य में मौन मोदीजी?
अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, वरुण गांधी ने UP सरकार से पूछा- आपके बच्चे होते तो?
Leave a Reply