झांसी. उत्तर प्रदेश के झांसी में प्रेम नगर स्थित पुलिया नंबर 9 के एक मैरिज हॉल में रविवार को मुस्लिम समुदाय के मौजिज लोगों की बैठक हुई. इसमें मुस्लिम धर्म गुरुओं ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि जिस शादी में डीजे, शराब, बारात चढ़ाना, डांस या ढोल बजाया गया तो उसमें कोई भी काजी या इमाम निकाह नहीं पढ़ाएंगे. बैठक में अन्य सामाजिक बुराइयां दूर करने का आह्वान किया गया.
शादी में खड़े होकर खाना खाने पर भी पाबंदी
शहर काजी मुफ्ती साबिर ने कहा कि इस्लाम में डांस, बारात चढ़ाना, गाना, डीजे व ढोल बजाना सब हराम है, तथा इस्लाम में इनका कोई स्थान नहीं है. जो इन रस्मों को करता है, उसके दिल में न तो नबी हजरत मोहम्मद की मोहब्बत है, न ही इस्लाम की. अब चलन में आ रहा है कि शादियों में लोग खड़े होकर खाना खाते हैं. यह हराम है. शादियों में इस प्रकार के कृत्यों से पैसा बर्बादी व गुनाह होना लाजमी है. ऐसे कार्यों पर पाबंदी लगाकर रहेंगे. अब कमेटियां गठित कर ऐसी शादियों पर निगाह रखी जाएगी. ऐसी शादियों में काजी व इमाम निकाह पढऩे नहीं जाएंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 9 बजे तक 8.15% फीसदी मतदान की खबर
उत्तर प्रदेश और बिहार में सोलर माइक्रोग्रिड लगाने के लिए जारी हुई अब तक की सबसे बड़ी वित्तीय मदद
Leave a Reply